मध्यप्रदेश:-सिवनी में गुरुवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह करीब 5 बजे जोरदार धमाके के साथ धरती हिली। जमीन के हिलते ही लोगों में अफरा-तफरी मच गई और कई लोग घरों से बाहर निकल आए। फिलहाल किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।रिएक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.6 थी।

गौरतलब है कि 1 अक्टूबर को भी सुबह करीब 11.49 पर भूकंप आया था। रिएक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.6 ही बताई गई थी। उस वक्त भी भूकंप के झटकों से किसी को कोई हानि नहीं हुई।मौसम विभाग ने बताया था कि भूकंप के झटके बारिश की वजह से आए।अगर दोबारा बारिश होती है तो झटके फिर आ सकते हैं ।भूकंप के ये झटके सिवनी में छिंदवाड़ा चौक पर महसूस किए गए थे।मौके पर मौजूद लोगों ने मीडिया को बताया था कि जमीन में दो बार कंपन हुआ। यह करीब 5 सेकंड का था। लोगों की दुकानों के दरवाजे और कांच बजने लगे थे।अफरा-तफरी के बीच लोग बीच सड़क पर आ गए थे।

यहां चूने की चट्टानों की वजह से आते हैं भूकंप.

जानकार बताते हैं कि सिवनी की जमीन के अंदर चट्टाने अलग तरह की हैं।ये चट्टानें चूने की हैं,पानी लगने पर ये चट्टानों में सिकुड़न होती है और ये धंस जाती हैं।इसी वजह से यहां भूकंप आते हैं,ये भूकंप भी ज्यादा बारिश की वजह से ही आया। बताया जा रहा है कि अभी 24 घंटे में दोबारा भूकंप महूसस किया जा सकता है।अगर आने वाले कुछ घंटों मे और भी बारिश हुई तो चट्टानों पर असर पड़ेगा। लेकिन यह ज्यादा तीव्र नहीं होंगे। रिएक्टर पैमाने पर इनकी तीव्रता एक हो सकती है।

पिछले साल भी हिली थी धरती

आपको बता दें, पिछले साल भी कई भूकंप आए थे। पिछले साल अक्टूबर-नवंबर का महीना भूकंप का रहा।यहां 50 से ज्यादा  भूकंप आए, रिएक्टर स्केल पर 5 बार भूकंप के झटके किए गए। पिछले साल अक्टूबर में सिवनी में पहला भूकंप 3.3 तीव्रता का है।  31 अक्टूबर को दिन में दो बार भूकंप आए। इनकी तीव्रता 3.1 और 3.5 रही।अक्टूबर के बाद 9 नवंबर को फिर धरती हिली।इसकी तीव्रता 3.4 रही. 22 नवंबर को 4.7 तीव्रता का भूकंप आता है।भूकंप का केंद्र सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में था।मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस तरह के भूकंपों की भविष्यवाणी करना मुश्किल है।

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