सूरजपुर: कलेक्टर इफ्फत आरा के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला सूरजपुर डॉ. आर.एस. सिंह तथा सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. शशि तिर्की के सहयोग से जिला चिकित्सालय में 12 जुलाई 2022 को सोनपुर के निवासी नाविर के 12 वर्षीय पुत्र तरवेज आलम को बात न कर पाने एवं सांस लेने में तकलीफ होने के कारण जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया।
शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. प्रियंक पटेल के द्वारा बच्चे की जांच में संभावित सर्पदंश के लक्षण पाये गये। विष के प्रभाव के कारण बालक सांस नहीं ले पा रहा था, इसलिये डॉ. प्रियंक पटेल के द्वारा तत्काल बच्चे को वेंटीलेटर में रखकर ईलाज प्रारंभ किया गया एवं शिशुरोग विभाग के सभी डॉक्टर एवं नर्सों के मेहनत के परिणाम स्वरूप धीरे-धीरे बच्चे की सांस लेने में आराम होने लगा एवं उसे वेंटीलेटर से बाहर किया गया। उसे 16 जुलाई 2022 को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद बालक को डिस्चार्ज किया गया। इस केश में महत्वपूर्ण बात यह थी कि बच्चे एवं परिवार के अन्य सदस्यों को सर्पदंश के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, इस बारे में डॉ. प्रियंक पटेल ने जानकारी दी कि खास कर के करैत सर्प के काटने पर कभी-कभी इतना कम दर्द होता है कि मरीज को सर्पदंश का पता भी नहीं चलता है ऐसे में मरीज अक्सर सुबह के समय उल्टी, पेट दर्द, आंख न खोल पाने, खाना निगलने में समस्या एवं बात न कर पाने की समस्या के साथ हॉस्पिटल में आते हैं एवं सही समय पर ईलाज होने पर पूर्ण रूप से स्वस्थ हो सकते हैं। बच्चे के ईलाज में डॉ. प्रियंक पटेल शिशु रोग विशेषज्ञ एवं पिडियाट्रिक वार्ड के समस्त स्टॉफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।