कोरिया; साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए, कोरिया जिले में साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। आज नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक  रवि कुमार कुर्रे ने ‘साइबर रथ’ को थाना बैकुंठपुर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ जिले के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण करेगा और आम जनता को साइबर अपराधों से बचने के उपायों के बारे में जागरूक करेगा। साथी पुलिस चाय पार्टी देकर लोगों को प्रत्येक बाजार में जागरूक करेगी।

साइबर रथ की विशेषताएं

साइबर रथ एक चलती-फिरती जागरूकता अभियान का प्रतीक है। यह वाहन शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य करेगा। इसके माध्यम से लोगों को डिजिटल ठगी, बैंक धोखाधड़ी, फिशिंग, और अन्य साइबर अपराधों से बचने के उपाय बताए जाएंगे। रथ में ऑडियो-विजुअल सामग्री और विशेषज्ञ टीम की व्यवस्था की गई है जो सरल और सुलभ भाषा में जानकारी उपलब्ध कराएगी।

कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर पुलिस अधीक्षक  रवि कुमार कुर्रे ने अपने संबोधन में कहा, “आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। इन अपराधों से बचने के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। हमारा उद्देश्य है कि जिले का हर नागरिक साइबर अपराध के प्रति सतर्क रहे और सुरक्षित डिजिटल जीवन जी सके।”

उपस्थित अधिकारीगण

इस अवसर पर डीएसपी श्याम मधुकर, एसडीओपी राजेश साहू, रक्षित निरीक्षक नितीश नायर और जिले के समस्त थाना प्रभारी उपस्थित रहे। इन अधिकारियों ने कार्यक्रम में अपने विचार रखे और साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।

साइबर फ्रॉड से बचने के सुझाव

कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने आम जनता को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए:

1. अपरिचित लिंक पर क्लिक न करें: किसी भी संदिग्ध ईमेल, मैसेज या लिंक पर क्लिक करने से बचें।
2. गोपनीय जानकारी साझा न करें: बैंक खाते, ओटीपी, पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारी किसी को न बताएं।
3. सुरक्षित पासवर्ड का उपयोग करें: अपने डिजिटल खातों के लिए मजबूत और अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करें।
4. साइबर क्राइम हेल्पलाइन: यदि आप साइबर अपराध के शिकार होते हैं तो तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करें।

जागरूकता अभियान की आवश्यकता

साइबर अपराध केवल व्यक्तिगत नुकसान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था को भी प्रभावित करता है। इस संदर्भ में साइबर रथ जैसी पहलें न केवल नागरिकों को जागरूक करेंगी, बल्कि साइबर अपराधों को रोकने में भी सहायक सिद्ध होंगी।

समाप्ति और भविष्य की योजना

कार्यक्रम के अंत में पुलिस अधीक्षक ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया और जनता से अपील की कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि साइबर रथ के माध्यम से जिले के हर व्यक्ति तक साइबर सुरक्षा का संदेश पहुंचेगा और साइबर अपराधों में कमी आएगी।

इस जागरूकता अभियान से कोरिया जिले में साइबर अपराधों के प्रति सतर्कता बढ़ेगी और लोग डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रह सकेंगे। साइबर रथ एक प्रेरणादायक पहल है जो अन्य जिलों के लिए भी एक मिसाल बन सकती है।

पुलिस अधीक्षक कोरिया  रवि कुमार कुर्रे के निर्देशन में 27 दिसंबर 2024 को ही साइबर जागरूकता अभियान के तहत “साइबर रथ” को हरी झंडी दिखाने के साथ ही बैंक प्रबंधकों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में बैंक अधिकारियों को साइबर फ्रॉड रोकथाम के लिए पुलिस के साथ समन्वय बढ़ाने, फर्जी खातों और संदिग्ध लेन-देन की जानकारी तुरंत साझा करने, और बैंक/एटीएम की सुरक्षा मजबूत करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, साइबर रथ अभियान में बैंक प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करने और जागरूकता पोस्टर बैंकों में लगाने पर जोर दिया गया। यह पहल साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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