राजनांदगाँव: उच्चतम न्यायालय द्वारा भारत देश में धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर की ध्वनि नियंत्रित करने हेतु एक निर्णय पारित कर ध्वनि का निर्धारण कर दिया गया है। किंतु कई राज्य की सरकारों द्वारा वोट की राजनीति के कारण कार्यपालिका द्वारा सरकारों के दबाव पर माननीय उच्चतम न्यायालय के इस आदेश को लागू नहीं कराया जा रहा है। जिसके विरोध में छत्तीसगढ़ राज्य में धार्मिक स्थल पर लाउडस्पीकर की आवाज की गति को सुप्रीम कोर्ट के नियम के अनुसार नियंत्रित कराने की मांग को लेकर पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में शिवसेना राज्य प्रमुख धनंजय सिंह परिहार के आदेश पर आंदोलन प्रारंभ किया गया है। जिसके प्रथम चरण में शिवसेना द्वारा छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिला मुख्यालय से कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के नाम सोमवार को ज्ञापन प्रेषित किया जा रहा है। इसके बाद भी अगर छत्तीसगढ़ में धार्मिक स्थल पर उच्चतम न्यायालय के आदेश अनुसार लाउडस्पीकर के ध्वनि को नियंत्रित नहीं किया जाता है तो शिवसेना माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश को छत्तीसगढ़ में पालन कराने माननीय उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करेगी। तत्पश्चात जन आंदोलन प्रारंभ करेगी। इसी तारतम्य में शिवसेना राजनांदगाँव जिला इकाई द्वारा सोमवार को जिला अध्यक्ष कमल सोनी, जिला उपाध्यक्ष मोहन सिन्हा, जिला सचिव के.के. श्रीवास्तव, नगर अध्यक्ष किशोर देवांगन, विधानसभा अध्यक्ष आकाश सोनी आदि शिवसैनिको की उपस्थिति में कलेक्टर राजनांदगाँव के माध्यम से मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ को ज्ञापन प्रेषित कर छत्तीसगढ़ में धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर की आवाज माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार नियंत्रित कराने हेतु ज्ञापन प्रेषित किया गया। अगर इसके बाद भी माननीय उच्चतम न्यायालय का आदेश छत्तीसगढ़ में लागू नहीं होता है तो शिवसेना पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में प्रदर्शन करेगी।