सूरजपुर: राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत जिला में वर्ष 2022-23 में मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु जिला को 1500 मोतियाबिंद ऑपरेशन करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ था, जिसके विरूद्ध 1945 लक्ष्य से अधिक 130 प्रतिशत लक्ष्य को पूर्ण कर जिला पूरे प्रदेश में दूसरे नंबर पर उपलब्धि प्राप्त किया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर. एस. सिंह के मार्गदर्शन में मोतियाबिंद के मरीजों का निरंतर ऑपरेशन हो रहा है। विगत कई वर्षाे से जिला में मोतियाबिंद ऑपरेशन में वृद्धि होती रही है, तथा नेत्र संबंधी कई सुविधाओं को बढ़ाया गया है। जिला चिकित्सालय में नेत्र सर्जरी उच्च गुणवत्ता युक्त विकसित कर नेत्र ऑपरेशन नियमित कराए जा रहे हैं। जिला चिकित्सालय में नेत्र ग्लूकोमा जाँच हेतु एन.सी.टी. मशीन, डायबेटिक रेटिनोपैथी जय मशीन फंडस कैमरा मशीन एवं मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु अत्याधुनिक फेको मशीन उपलब्ध है। जिले को मोतियाबिंद दृष्टिहीनता मुक्त करने के लिए मोतियाबिंद दृष्टिहीनता मुक्त अभियान भी चलाया गया जिसमें स्वास्थ्य कर्मचारियों का भरपूर सहयोग मिला। वास्तव में इस उपलब्धि के हकदार जिले के वे सभी स्वास्थ्य कर्मी हैं, जो प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से इस अभियान में अपनी सक्रियता लगातार बनाएं रखे हैं। उच्च गुणवत्ता युक्त ऑपरेशन से क्षेत्र में जिला अस्पताल अपनी विशिष्ट पहचान बना चुकी है। नेत्र विभाग में कार्यरत डॉ. तेरस कंवर नोडल अधिकारी मुकेश राजवाडे सहायक नोडल अधिकारी एवं नेत्र सहायक अधिकारी मारूति नंदन चक्रधारी, प्रदीप कुजुर अमित चौरसिया, कृष्णा प्रसाद, एसपी मिश्रा, एलपी दीपांकर, पुष्पराज वर्मा, दीपक गुप्ता, नर्सिंग सिस्टर जयश्री चक्रवर्ती विद्यावती अंजिता खलखो एवं जिले के समस्त स्वास्थ्य कर्मचारी जिनका प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग रहा है।