अंबिकापुर: सरगुजा में प्रत्येक मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में लगने वाला जनदर्शन दिव्यांगजनों और जरूरतमंदों के लिए वरदान साबित होता नजर आ रहा है दिव्यांगजन और जरूरमंद लोग कलेक्टर जनदर्शन में अपनी समस्याएं लेकर आते हैं और सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार द्वारा त्वरित उनका निराकरण किया जाता है जिस वजह से दिव्यांगजनो,जरूरतमंद लोगो और आम जनता के चेहरों पर खुशी की चमक देखी जा सकती है ऐसा ही नजारा आज फिर देखने को मिला जब सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार के हाथों 4 दिव्यांगजनों को ट्राईसाईकिल बांटी गई जिसमें से एक दिव्यांग महिला जिनके पास सर्टिफिकेट तक नहीं था उन्हें तत्काल सर्टिफिकेट दिलाकर ट्राई साइकिल भी दिलाई गई।
दरअसल प्रत्येक मंगलवार की भांति इस मंगलवार भी सरगुजा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में 12:00 बजे से जनदर्शन का आयोजन किया गया था जिस में आज कुल 118 आवेदन प्राप्त हुए जनदर्शन में सबसे पहले सरगवा उदयपुर निवासी परमेंद्र सिंह पहुंचे और उन्होंने ट्राई साइकिल की मांग की उन्होंने कलेक्टर को बताया कि उनकी उम्र 35 वर्ष है और लेकिन वह आज भी कहीं जाने आने के लिए अपने घर परिवार वालों की मदद लेने के लिए मजबूर है उनके पास दिव्यांगता का सर्टिफिकेट भी है पर किन्हीं कारणों से अभी तक उन्हें ट्राई साइकिल नहीं मिल पाई है जिस पर तत्काल एक्शन लेते हुए कलेक्टर ने तुरंत समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को ट्राई साइकिल दिलाने के निर्देश दिए साथ ही नवागढ़ अंबिकापुर निवासी मोहम्मद इकराम अंसारी उम्र 64 वर्ष एवं अम्बिकापुर निवासी शंकर लाल उम्र 69 वर्ष को भी ट्राई साइकल दिया गया साथ ही जनदर्शन समाप्ति में जब कुछ ही समय बचा था तब बौरीपारा निवासी खीकबाई उम्र 49 वर्ष जो कि मितानिन का कार्य भी करती हैं जनदर्शन में पहुंची और कलेक्टर से ट्राई साइकिल की मांग की परंतु उनके पास दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी मौजूद नहीं था जिस पर कलेक्टर ने तत्काल महिला का दिव्यांगता सर्टिफिकेट भी बनवाया साथ ही तुरंत उन्हें ट्राईसाईकिल भी मुहैया करा दी साथ ही आज जनदर्शन में लुण्ड्रा निवासी लहरी राम उम्र 74 वर्ष पहुंचे उन्होंने कलेक्टर को बताया कि उनका नाती अमित पटेल का प्रवेश कक्षा आठवीं में ग्राम गंगापुर तहसील लुण्ड्रा स्थित आशीर्वाद नामक प्राइवेट स्कूल में कराया गया लेकिन वहां की पढ़ाई से असंतुष्ट होकर अब वह अपने नाती का किसी और स्कूल में एडमिशन कराना चाहते हैं जिसके लिए उन्हें स्कूल से चरित्र प्रमाण पत्र एवं स्थानांतरण प्रमाण पत्र की आवश्यकता है लेकिन स्कूल द्वारा उन्हें प्रमाण पत्र नहीं दिया जा रहा है जिस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए सरगुजा कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को तत्काल उक्त स्कूल से सर्टिफिकेट दिलाने के निर्देश दिए और कुछ ही समय में लहरी राम को स्कूल द्वारा सर्टिफिकेट प्रदान कर दिया गया।