सूरजपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सरगुजा एवं बस्तर संभाग के भ्रमण के दौरान विभिन्न जाति, समाज, समुदाय प्रमुखों से मुलाकात की गई। जिसमें उनके द्वारा जाति प्रमाण पत्र बनाने के संबंध में आने वाली अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया था। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सरगुजा कमिश्नर जी आर चुरेन्द्र ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अनुसूचित जनजाति समुदाय पंडो समाज, गोंड समाज, उरांव समाज, सर्व आदिवासी समाज, बियार समाज, अगरिया समाज, बिंझिया समाज, कंवर समाज, चेरवा समाज प्रमुखों की बैठक लेकर जाति प्रमाण पत्र बनाने में हो रही समस्या के निराकरण के संबंध में बैठक ली। उन्होंने सभी जाति प्रमुखों से बारी-बारी समस्याओं से अवगत हुए। इस दौरान कलेक्टर इफ्फत आरा, उपायुक्त महावीर राम, संयुक्त कलेक्टर शिव बनर्जी, एसडीएम सागर सिंह, दीपिका नेताम, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग विश्वनाथ रेड्डी, तहसीलदार, अनुसूचित जाति, जनजाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रतिनिधि सहित राजस्व अमला मौजूद थे।
गोंड समाज प्रमुख ने सेटलमेंट में त्रुटि के कारण बी वन प्राप्त करने की समस्या, बियार समाज का मात्रात्मक त्रुटि संबंधी समस्याओं को रखा गया। जिसके समाधान हेतु केंद्र सरकार को निराकरण हेतु भेजे जाने की बात कही गई। विभिन्न समाज प्रमुखों ने घर जमाई के रूप में शादी कर रहे व्यक्ति एवं परिवारजनों के जाति प्रमाण पत्र बनने में हो रहे समस्याओं से अवगत कराया। इसके निराकरण के लिए स्थानीय स्तर पर पूछताछ के बाद ग्राम सभा में निराकरण किए जाने की बात कही गई तथा इसके लिए पंचनामा रिपोर्ट तैयार किया जाना सुनिश्चित करने कहा गया। पंडो समाज प्रमुख ने पंडो जाति का भुइहार एवं अगरिया जाति का लोहार जाति लिखा गया है जिसके सुधार के लिए केंद्र सरकार के पास भेज दिए जाने की जानकारी दी गई। समाज प्रमुखों ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र, जमीन समस्या, 170 ख प्रकरण संबंधी विषय को रखा गया। कमिश्नर ने कहा कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर विभिन्न क्षेत्रों में लाभ लेने वालों की जानकारी देने कहा जिससे उन पर कार्यवाही की जा सके। उन्होंने समाज प्रमुखों को मिलजुल कर कार्य कर समस्याओं का निराकरण करने की बात कही। उन्होंने कहा कि गांव के विकास में ग्राम विकास एवं न्याय समिति सहयोग करेगा जिसमें गांव के सभी समुदाय के लोग सदस्य होंगे जिसमें महिलाओं की भागीदारी भी होगी। ग्रामसभा के माध्यम से पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ीकरण करना है क्योंकि ग्राम सभा ही ग्राम सरकार है। सामाजिक बुराइयों, कुरीतियों को दूर करने में समाज प्रमुखों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। एकता और संगठन को निरंतर बढ़ावे। उन्होंने कहा कि सामाजिक विकार सरकार की योजनाओं को विफल कर रहा है। हमें सामाजिक न्याय को प्राप्त करने के लिए अपने कर्तव्यों का सही निर्वहन करना होगा।
कमिश्नर श्री चुरेंद्र ने सामाजिक बुराइयों को दूर करने, नशा नियंत्रण पर कार्य करने, महिलाओं को निरंतर सम्मान एवं सहयोग करने, जमीन बिकने नहीं देने, खर्च पर नियंत्रण करने, सामूहिक विवाह पर जोर देने, अपने नागरिक दायित्व का निर्वहन करने आग्रह किया जिससे समाज में व्यवस्था अच्छी होगी। उन्होंने जल जंगल जमीन को बचाने की आवश्यकता पर जोर दिया तथा अपनी पहचान अपनी मौलिकता को पहचानने सभी आदिवासी समाज प्रमुखों को कहा। उन्होंने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बाड़ी के कार्यों में सहभागिता सुनिश्चित करने प्रोत्साहित किया। नरवा योजना के अंतर्गत तालाब निर्माण, डबरी निर्माण कर मछली पालन किया जा सकता है जिससे आय में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने ग्रामीण औद्योगिक पार्क के अंतर्गत फलदार पौधा, औषधि पौधा, उद्यान की खेती को बढ़ावा देने, सामूहिक खेती, पानी का संरक्षण के लिए विशेष कार्य योजना बनाने निरंतर कार्य करने कहा तथा वहां सोख्ता गड्ढा बनाने के लिए कहा है।
कमिश्नर ने खेती किसानी के समय में गाय एवं अन्य पशुओं से खेतों में लगाए गए फसलों को बचाने के लिए रोका छेका कार्यक्रम को सहयोग करने कहा। उन्होंने हाथी विचरण क्षेत्र में पीपल, कटहल, बरगद आदि लगाएं तथा पानी की पर्याप्त व्यवस्था के लिए तालाब निर्माण करें जिससे हाथियों को पर्याप्त चारा मिल सके। उन्होंने कार्यालयों में साफ सफाई के लिए श्रमदान करने कहा।