सूरजपुर: सरगुजा कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र ने जिले के प्रतापपुर तहसील कार्यालय परिसर में विकास खंड के जनप्रतिनिधि, डीडीसी, बीडीसी, सरपंच और पंच की समीक्षा बैठक लेकर सुशासन पंचायती राज व्यवस्था सुदृढ़ीकरण ग्राम स्वराज, ग्राम सुराज की परिकल्पना को साकार करने एवं राज्य शासन की योजनाओं का लाभ लेने विभाग के अधिकारियों द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई। नगर पंचायत प्रतापपुर अध्यक्ष कंचन सोनी, नगर पंचायत जरही अध्यक्ष बीजू दाशन, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष संजू श्रीवास्तव एवं स्थानीय प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा गांधी जी के छाया चित्र पर पुष्प अर्पित एवं दीप प्रज्वलित कर किया।
उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को क्षेत्र में जाने से पहले कार्य योजना बनाएं एवं संबंधित सीईओ तथा विभाग के अधिकारियों को जानकारी दें तथा अधिकारियों व प्रतिनिधियों के बीच आपस में तालमेल बनाएं जिससे बेहतर कार्य किया जा सके एक स्वास्थ्य परंपरा की आदत डालने प्रोत्साहित किया। उन्होंने अधिकारी, कर्मचारियों को मुख्यालय में निवास कर बेहतर कार्य करने निर्देशित किया।
उन्होंने अपने-अपने ग्राम पंचायतों को मजबूत करने के लिए सहयोग प्रदान करने के लिए आग्रह किया। उन्होंने कहा कि लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं को गंभीरता से सुने और उनका समाधान भी करते जाएं आपसी समन्वय से गांव के विकास कार्य में सहभागी बने। गांव का विकास होगा तो लोगों को रोजगार मिलेगा आर्थिक रूप से लोग मजबूत बनेंगे। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नरवा, गुरवा, घुरूवा बाड़ी योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण योजना, प्राकृतिक आपदा के तहत आरबीसी 6-4 और अन्य योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने सभी विभाग को समन्वय कर टीम भावना से कार्य करने प्रेरित कर परिवार की तरह भाईचारा की भाव से शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने आग्रह किया।
उन्होंने अधिकारियों प्रतिनिधियों को कर्मठता, संवेदनशीलता के साथ सेवा करने कहा क्योंकि मानव सेवा ही सच्ची धर्म है सोच लेकर कार्य करना है। उन्होंने उपस्थित सभी प्रतिनिधियों को सरकार की व्यवस्थाओं में योगदान देकर अपना गांव अपना राज के तहत बेहतर कार्य कर सुशासन, ग्राम स्वराज, ग्राम स्वराज एक पहल के तहत कार्य करना सुनिश्चित करना होगा। आर्थिक एवं सामाजिक आजादी को प्राप्त कर सकेंगे।
कमिश्नर ने गांव की स्व सहायता समूह की महिलाओं को गोठान में विभिन्न गतिविधियों करने के लिए साथ ही चारागाह, बाड़ी विकास, मछली पालन से अतिरिक्त आमदनी अर्जित करने की उपयोगिता के बारे में जानकारी दी गई है। उन्होंने गोठान में मछली पालन के ज्यादा से ज्यादा तालाब निर्माण कराने पर जोर दिया। साथ ही जल संरक्षण और संवर्धन के ग्राम पंचायतों में विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि आज का पीढ़ी नया शौक की ओर आगे बढ़ रहा है जिससे आर्थिक बोझ बढ़ रहा है इससे हमें बचने तथा नियंत्रण करने की आवश्यकता है जिससे परिवार में सुख शांति का वातावरण निर्मित हो सके और हम विकास की ओर अग्रसर होंगे।
विकासखंड स्तरीय समन्वय बैठक में जनप्रतिनिधि, जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य, एसडीएम, नगरी क्षेत्र के पार्षद गण, सरपंच, पंच, कोटवार सहित सभी विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।