अंबिकापुर: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य में सिर्फ सात स्वशासी महाविद्यालयों का चयन किया गया है ।सत्र 2022 -23 इस महाविद्यालय में अध्ययनरत प्रथम सेमेस्टर के नव प्रवेशित छात्र छात्राओं को क्रमशः तीन दिवस अलग-अलग संकायवार इंडक्शन प्रोग्राम आयोजित कर महाविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा पाठ्यक्रम योजना, डिग्री योजना,एवं परीक्षा योजना पर व्यापक प्रकाश डाला गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एस एस अग्रवाल ने सभी सत्रों में उपस्थित होकर छात्रों को प्रेरणा दी और कहा कि आप सभी प्रथम सेमेस्टर के छात्र नवीन शिक्षा नीति के इतिहास के युगांतरकारी घटना के साक्षी हैं ,क्योंकि जब भी कोई शिक्षा नीति जारी होती है तो उसके प्रथम वर्ष के छात्रों की जिम्मेदारी बहुत अधिक होती है। भारत सरकार ,विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग संकल्पों के साथ नवीन शिक्षा नीति 2020 को पूर्णतः लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है ।यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि सरगुजा संभाग में सिर्फ हमारे महाविद्यालय को यह अवसर प्राप्त हुआ है। बी.ए. बीएससी ,बी कॉम तथा बी सी ए के समस्त प्रथम सेमेस्टर के साथ-साथ स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग तिथियों में इंडक्शन प्रोग्राम संचालित किये गये। इस कार्यक्रम के संचालित होने से विद्यार्थियों को उनके प्रश्न पत्रो के क्रम, अनिवार्य प्रश्न पत्रो, उनके कॉमन कोर कोर्स ,इंट्रोडक्टरी कोर्स के ज्ञान के साथ किन-किन सेमेस्टर में वोकेशनल कोर्स चलेंगे। किस सेमेस्टर से इंटर डिसीप्लिनरी विषय प्रारंभ होंगे तथा माइनर कोर कोर्स का स्वरूप क्या होगा। इस पर विस्तृत चर्चा की गई ।विद्यार्थियों को यह भी बताया गया की 3 सेमेस्टर के पश्चात चौथे सेमेस्टर से विद्यार्थी अपने मूल विषय का अध्ययन गहन रूप से करना प्रारंभ करेगे। इसी तरह 6 सेमेस्टर पूर्ण होने के पश्चात यदि विद्यार्थी का प्राप्तांक 7.5 सीजीपीए रहेगा तभी उसे सातवें और आठवें सेमेस्टर में प्रवेश दिया जाएगा। विद्यार्थियों को प्रत्येक 2 सेमेस्टर के उपरांत मिलने वाले सर्टिफिकेट, डिप्लोमा ,ऑनर्स एवं शोध ऑनर्स की भी जानकारी दी गई ।
महाविद्यालय के ऑटोनॉमस नियंत्रक डॉ. राजकमल मिश्रा ने छात्रों को सैद्धांतिक विषयों एवं आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा तथा प्रायोगिक परीक्षा के समस्त प्रक्रियाओं का विस्तार से प्रकाश डाला। सेमेस्टर परीक्षा के माध्यम से उनके सभी प्रश्न पत्रों एवं आंतरिक प्रश्न पत्रों के अंक योजना की भी जानकारी दी गई। विद्यार्थियों को यह भी बताया गया कि उन्हें इंजीनियरिंग विद्यार्थियों की भांति एटीकेटी योजना का भी लाभ मिलेगा। नवीन शिक्षा नीति में छात्रों को प्रत्येक सेमेस्टर में कक्षाओं में उपस्थिति के माध्यम से अर्जित किए गए क्रेडिट को क्रेडिट बैंक की तरह संचालित किया जाएगा, तथा उन्हें मल्टीपल एंट्री और मल्टीपल एग्जिट का भी अवसर प्राप्त होगा।
इंडक्शन कार्यक्रम संचालन में प्राचार्य महोदय के साथ-साथ डॉ रिजवान उल्ला, डॉ एसके श्रीवास्तव, डॉ अनिल सिन्हा डॉ. आरपी सिंह ने भी विभिन्न विषयों पर प्रकाश डाला ।इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापक उपस्थित रहे।