अम्बिकापुर: सरगुजा संभाग के कमिश्नर जी.आर. चुरेन्द्र ने सोमवार को संभागायुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्यपालन एवं कृषि से जुड़े अन्य विभाग के अधिकारियों की संभागीय बैठक ली। उन्होंने शासकीय अधिकारियों के दायित्व के कारगर ढंग से क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हुए आपसी समन्वय से कार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कार्य योजना तैयार कर उसके सफल क्रियान्वयन की अपेक्षा की। सभी अधिकारियों से ऊर्जावान अधिकारी के रुप में कार्य करने का आह्वान किया।
इस बैठक में कमिश्नर चुरेन्द्र ने कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में लिए जाने वाले विभिन्न बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए राज्य शासन की मंशा के अनुरूप कार्यों को गंभीरता से लेकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को दलहन, तिलहन, उद्यानिकी, औषधि वाले फसलों के उत्पादन पर विशेष ध्यान रखने की समझाइश दी। राज्य शासन की मंशा के अनुसार गोठानों को मल्टी एक्टिविटी केन्द्र के रुप में संचालित करने व उन्हें स्वावलंबी गोठान बनाने, पैरादान करने एवं चारा उत्पादन में लोगों की सहभागिता बढ़ाने की बात कही। बैठक में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोबर क्रय एवं गोबर से तैयार वर्मी कम्पोस्ट सहित अन्य उपयोगी वस्तुओं के उत्पादन के लिए जरूरी उपाय करने की सलाह दी। उन्होंने खरीफ वर्ष 2022 हेतु बीज के भंडारण, उपलब्धता, मांग एवं आपूर्ति के संबंध में समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
बैठक में कमिश्नर चुरेन्द्र ने खरीफ वर्ष 2022 के बीज उपलब्धता, उठाव एवं पैकेजिंग की कार्ययोजना की जानकारी लेते हुए राज्य शासन की अपेक्षानुरूप उसके कारगर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। कमिश्नर ने शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों के दायित्व पर गंभीर होकर मिशाल प्रस्तुत कर अनुकरणीय उदाहरण देने के लिए सदैव तैयार रहने की समझाइश दी। खरीफ-रबी कार्यक्रम के लिए निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति हेतु कार्ययोजना तैयार करने व उसे पूर्ण करने की समझाइश दी। बैठक में कोदो, कुटकी, रामतिल, कुल्थी सहित अन्य दलहनी-तिलहनी फसल लेने के लिए आवश्यक उपाय करने को कहा।
इस बैठक में संभाग के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों के कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्यपालन आदि विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।