अंबिकापुर: थाना कमलेश्वरपुर अंतर्गत केसरा पथरी निवासी प्रमोद माझी व उसकी पत्नी के सुमित्रा मांझी द्वारा अपने तीन साल की बच्ची को बार बार रोने कि वजह से गुस्से मे आकर मृत बालिका के नाक के पास मार दिया था। जिससे मौक़े पर ही मृत्यु हो गई एवं उसके शव को अपनी पत्नी के साथ ले जाकर पास में स्थित घुनघुट्टा नदी में फेंक दिया। पुलिस ने जांच कर दोनों आरोपियों को धारा 302 ,201 आईपीसी के तहत गिरफ्तार कर विधिवत न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।

जानिए क्या था पूरा मामला

केसरा पथरी निवासी प्रमोद मांझी द्वारा थाना कमलेश्वरपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उसकी 3 साल की बेटी 15 -16 अगस्त 2022 की मध्य रात्रि जब साथ में सोई थी तभी से कहीं गायब हो गई है कोई व्यक्ति उठाकर ले जाने की संभावना व्यक्त करने से तत्काल अपराध दर्ज कर विवेचना किया जा रहा था। प्रकरण की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुये पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज अजय यादव के सतत मार्गदर्शन मे पुलिस अधीक्षक सरगुजा भावना गुप्ता के निर्देशन मे तत्काल आरोपी पता तलाश कर गिरफ्तार करने हेतु दिशा निर्देश दिए गए थे।

इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक अखिलेश कौशिक के नेतृत्व मे टीम गठित कर आरोपी का पता तलाश किया जा रहा था। जो विवेचना के दौरान थाना प्रभारी कमलेश्वरपुर एवं विशेष पुलिस टीम के द्वारा लगातार सघन पूछताछ अपहृत के परिजनों से एवं गवाहों से की जा रही थी इसी दौरान गवाहों के कथन कुछ ऐसी बातें आई जो गुम बच्ची के माता पिता के द्वारा नहीं बताई गई थी, इसी बात से संदेह होने पर माता-पिता से कड़ाई से पूछताछ किया गया, जिस पर अपहृत के पिता प्रमोद मांझी द्वारा यह स्वीकार किया गया कि आरोपी उसकी पत्नी और बच्चों के साथ घर मे सोया हुआ था।जो उसकी बच्ची के बार बार रोने कि वजह से आरोपी गुस्से मे आकर मृत बालिका के नाक के पास मार दिया ।जो बालिका कि मौक़े पर ही मृत्यु हो गई एवं उसके शव को अपनी पत्नी के साथ ले जाकर पास में स्थित घुनघुट्टा नदी में फेंक दिया गया है। उक्त बातों का प्रमोद मांझी से मेमोरेंडम लेकर गवाहों एवं पुलिस टीम के साथ नदी के दोनों और पता तलाश किया गया तभी केसरा में दोमुहानी के पास नदी के किनारे झाड़ी पर फंसा हुआ अपहृत का शव बरामद हुआ।
मृत बालिका के पिता प्रमोद मांझी एवं मां सुमित्रा मांझी के द्वारा अपराध घटित किया जाना स्वीकार किये जाने पर दोनों आरोपियों को धारा 302 ,201 आईपीसी के तहत गिरफ्तार कर विधिवत न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।

इस सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी कमलेश्वरपुर शिशिरकांत सिंह,,सहायक उपनिरीक्षक भूपेश सिंह ,आरक्षक विकास, अमित विश्वकर्मा एवं विजय की सक्रिय भूमिका रही।

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