अभिषेक सोनी अंबिकापुर। सरगुजा जिले के गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत थाना से महज 300 मीटर की दूरी पर स्थित गांधी चौक के पास अज्ञात चोरों द्वारा पुलिसकर्मी के सुने घर से एके-47 सर्विस राइफल और 90 राउंड जिंदा कारतूस और  घर में रखे कीमती सोना-चांदी के जेवरात की चोरी कर फरार हो गए थे। इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ था।पुलिस ने दो आदतन अपराधियों को गिरफ्तार किया है जिन्हें नशीले इंजेक्शन की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था, आरोपियों से पूछताछ करने पर आरोपियों की चोरी के तीन मामलों में संलिप्तता पाई गई।


पुलिस ने आरोपियों को ऐसे किया गिरफ्तार

गांधीनगर पुलिस की गश्त टीम ने डिगमा रोड स्थित राइस मिल के निकट दो युवकों को एक ग्लैमर मोटरसाइकिल पर झोला और पिट्ठू बैग लेकर आते हुए देखा। जैसे ही युवकों ने पुलिस टीम को देखा, वे भागने लगे। पुलिस ने दोनों युवकों, सागर सिंह चौहान (24 वर्ष) निवासी डेयरी फार्म रोड शिव मंदिर के पीछे और प्रहलाद वासुदेव (18 वर्ष) निवासी बजरंग होटल के पास, को पकड़ा और उनके झोले और पिट्ठू बैग की तलाशी ली। इसमें से 200 अवैध नशीले इंजेक्शन और मोटरसाइकिल संख्या सीजी 15 डीबी 0332 बरामद हुए, जिसे आरोपियों ने नशीले इंजेक्शनों की तस्करी करने की बात स्वीकार की।

आरोपियों ने चोरी के कुल 03 मामलो का किया खुलासा, ऐसे देते थे चोरी की घटना को अंजाम

आरोपी सागर चौहान से सोधात्मक पूछताछ के दौरान उसने 03 चोरी के मामलों में अपनी भागीदारी स्वीकार की। उसने बताया कि 02 साल पहले उसकी जान-पहचान गांधीनगर के निवासी प्रहलाद वासुदेव से हुई थी। दोनों ने मिलकर कई चोरी की घटनाएं की हैं, और वर्तमान में प्रहलाद पिछले 5-6 महीनों से सागर के साथ रह रहा है। सागर की मां, शांति सिंह, को भी उनकी चोरी की गतिविधियों की पूरी जानकारी है, और आरोपी चोरी का सामान अपनी मां को देता है। लगभग 3-4 दिन पहले, शांति ने सागर और प्रहलाद को डेयरी फार्म रोड पर एक दो मंजिला मकान के ताले लगाए होने के बारे में बताया। उसी रात, सागर और प्रहलाद ने घर से बाहर निकलकर उस मकान के मेन गेट को फांदकर बाउंड्री के अंदर प्रवेश किया। उन्होंने वहां से एक काली रायफल निकाली, जिसमें मैगजीन भी लगी हुई थी, और एक लॉकर से सोने-चांदी के गहने और रायफल की दो मैगजीन चुराई। आलमारी के पास रखे दराज में दो कार की चाबियां भी मिलीं, लेकिन कमरे में अन्य कोई कीमती सामान नहीं था। सोने-चांदी के गहने, रायफल और मैगजीन को सागर और प्रहलाद ने आधा-आधा बांटकर अपने जैकेट में छिपा लिया। सागर ने रायफल को अपने जैकेट में छिपाकर रखा और फिर दोनों वापस सागर के घर गए। घर लौटकर, सागर ने सोने-चांदी के गहने और गाड़ी की चाबियां अपनी मां को सौंप दीं। इसके बाद, सागर और प्रहलाद ने मां के बताए अनुसार, घर के सामने ईंटों से घिरे स्थान पर गड्ढा खोदकर इन सभी चीजों को एक प्लास्टिक की थैली में रखकर गड्ढे में छुपा दिया।

सोने और चांदी के आभूषणों सहित चोरी के सामान को अपने पास रखने वाली महिला भी  गिरफ्तार

इस घटना से पहले भी आरोपी सागर ने कई चोरी की वारदातें की हैं। लगभग 5 महीने पहले, सागर, प्रहलाद और एक अन्य आरोपी ने गोधनपुर के एक सुनसान मकान का ताला तोड़कर रात में सोने-चांदी के आभूषण और एक लैपटॉप चुरा लिया था, जिसे सागर के घर ले जाकर उसकी मां के पास रखवा दिया था। पिछले महीने, सागर और प्रहलाद ने राजेन्द्रनगर स्थित एक बंद मकान का ताला तोड़कर अंदर जाकर आलमारी और पेटी का ताला तोड़कर सोने-चांदी के गहने, चांदी का शिवलिंग, स्मार्ट वॉच, जूते, साउंड बॉक्स, पर्स, नगद और अन्य सामान चुरा लिया। पर्स और चांदी का शिवलिंग सागर की मां के पास थे। चोरी करने के लिए सागर और प्रहलाद ड्यूट स्कूटी का इस्तेमाल करते थे। आरोपियों के मेमोरेंडम के आधार पर सागर की मां शांति सिंह को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई, जिसने अपना नाम और पते की पहचान दी।

पुलिस ने आरोपियों के निशानदेही पर चोरी कर गाड़ा हुआ सर्विस राइफल ए. के. 47 एवं 03 मैगजीन 90 राउंड, एक सोने का मंगलसूत्र, 02 नग अंगूठी सोने का, 01 जोड़ी सोने का बाली, 03 जोड़ी चांदी का पायल, 02 जोड़ी चांदी का बिछिया, 01 नग चांदी का शिवलिंग, चोरी के रकम से ख़रीदे गये सोफा सेट, पलंग, ड्रेसिंग टेबल, स्पीकर, प्रार्थी के नाम की गहनो की पर्ची, 01 सेट स्पीकर, 01 नग ब्लूटूथ स्पीकर, 01 नग हेयर ड्रायर, 02 इस्तेमाली जूता कुल किमत 20 लाख रुपये,ग्लैमर मोटरसायकल क्रमांक सीजी 15 डीबी0332, 200 नग नशीला इंजेक्शन बरामद किया ।

तीनो आरोपियों के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से प्रकरण क्रमांक 674/24 धारा 331(4), 305, 112, 61(2) बी.एन.एस., अपराध क्रमांक 201/25 धारा 331(4), 305, 112, 61(2) बी.एन.एस., अपराध क्रमांक 219/25 धारा 331(4), 305, 112, 61(2) बी.एन.एस., 25 आर्म्स एक्ट एवं आरोपी सागर एवं प्रहलाद के विरुद्ध अपराध क्रमांक 220/25 धारा 22 (सी) एन. डी. पी. एस. एक्ट के तहत आरोपियों कों गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाता हैं।

सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी गांधीनगर उप निरीक्षक रश्मि सिंह, थाना प्रभारी मणिपुर उप निरीक्षक अखिलेश सिंह, साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक शिशिरकान्त सिंह, महिला थाना प्रभारी उप निरीक्षक सुनीता भारद्वाज, उप निरीक्षक नवल दुबे, सहायक उप निरीक्षक अजीत मिश्रा, स्पेशल टीम प्रभारी सहायक उप निरीक्षक विवेक पाण्डेय, सहायक उप निरीक्षक राकेश मिश्रा, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, प्रधान आरक्षक जयदीप सिंह, महिला आरक्षक त्रिलोचनी राजवाड़े, आरक्षक अतुल सिंह, बृजेश राय, अमित विश्वकर्मा, संजीव चौबे, जितेंद्र मिश्रा, सत्येन्द्र दुबे आनंद गुप्ता, मनीष सिंह, राहुल सिंह, अरविन्द उपाध्याय, देवेंद्र पाठक, ऋषभ सिंह, घनश्याम देवांगन, मोतीलाल केरकेट्टा, पवन यादव, गीता प्रसाद, रमेश राजवाड़े, अनुज जायसवाल, वीरेंद्र पैकरा, अशोक यादब सैनिक अनिल साहू सक्रिय रहे।

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