अम्बिकापुर: राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना के तहत जिले के गोठानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। कलेक्टर कुंदन कुमार के निर्देशन तथा मार्गदर्शन में दीपावली पर्व को देखते हुए जिले के 17 गोठानों में गोबर के दिए बनाए जा रहे हैं। समूह की महिलाओं ने अब तक साढ़े सात हजार से अधिक गोबर के आकर्षक एवं सुन्दर दीये की बिक्री कर चुकी है।
दीवाली पर घरों को रोशन करने के लिये जलाये जाने वाले मिट्टी के दियों के स्थान पर इस बार गोबर के दियों से घर-आंगन रोशन होंगे। रंग-बिरंगे गोबर के ये दीये बाजार में आ भी गए हैं। जिला मुख्यालय अम्बिकापुर के घड़ी चौक में बिहान की दीदियों के द्वारा गोबर से बने दीपक का बिक्री किया जा रहा है। स्व सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने इस दिशा में अभिनव पहल की है। इन्हीं महिलाओं ने गोबर को अपनी आर्थिक और सामाजिक स्थिति मजबूत करने का जरिया बना लिया है। ये महिलाएं आकर्षक दीए बनाकर बेचने का कार्य कर रही हैं। इको फ्रेंडली होने के चलते शहर के लोगों में मिट्टी से बने दीये की अच्छी खासी मांग आ रही है। जिले के गोठानों में लगभग 20 हजार दिया बनाए जाने और उसे बेचने का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में यह दिया घड़ी चौक अंबिकापुर सहित सभी ब्लाक मुख्यालय में बिक्री हेतु उपलब्ध कराया गया है। वर्तमान समय में महिलाऐं करीब 7500 दिया का बिक्री कर चुकी हैं। इसके अलावा महिलाऐं रंगोली और गोबर से निर्मित गमला भी बेच रही हैं जिससे बढ़िया मुनाफा आ रहा है।