जगदलपुर: बस्तर संभाग में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने सुरक्षा, विकास और विश्वास के मूल मंत्र के साथ बस्तर को शांति और समृद्धि की राह में तेजी से आगे बढ़ाने पर जोर दिया।
जगदलपुर स्थित कलेक्टोरेट के प्रेरणा कक्ष में आयोजित बैठक में मुख्य सचिव ने बस्तर संभाग में दुर्गम अंचलों को पक्की सड़कों से जोड़ने के लिए तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में निर्माण कार्यों के लिए अनुकूल परिस्थितियों को देखते हुए कार्य किए जाने की आवश्यकता है।
मुख्य सचिव ने सड़कों के निर्माण के साथ ही सार्वजनिक आवागमन को बढ़ाने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के साथ ही हाट-बाजारों में सुगमतापूर्वक व्यापार व व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल वातावरण के निर्माण पर भी जोर दिया। उन्होंने गांवों में अच्छी स्वास्थ्य सुविधा, विद्युत और मोबाईल नेटवर्क की सुविधा ग्रामीणों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, जिससे ग्रामीणों का जीवन सुगम हो। उन्होंने दुरस्थ क्षेत्रों में परंपरागत बिजली पहुंचाने के लिए आवश्यक कार्यवाही शीघ्र सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
लगभग पांच घंटे चली मैराथन बैठक में मुख्य सचिव ने दूरस्थ अंचलों में बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण पेयजल तथा रोजगारमूलक गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने बस्तर संभाग में स्वास्थ्य सुविधाओं में मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना को महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने इसके लिए समर्पित दलों की नियुक्ति करने के निर्देश भी दिए। बस्तर में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए स्थापित किए जा रहे सुपर स्पेशलिटी हाॅस्पिटल को प्रारंभ करने के साथ ही उसके संचालन के संबंध में भी चर्चा की।
मुख्य सचिव ने इस अवसर पर संपूर्ण बस्तर संभाग में बेहतर मोबाईल कनेक्टिविटी के लिए सेवा प्रदाताओं के प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए त्वरित कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने रावघाट रेल लाइन के विस्तार तथा रेल संचालन के संबंध में भी समीक्षा की तथा प्रभावित गांवों में आवश्यक सेवाएं प्रदान करने हेतु भिलाई इस्पात संयंत्र के अधिकारियों को निर्देशित किया।
बैठक में पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विवेकानंद सिन्हा, सीआरपीएफ के आईजी साकेत कुमार सिंह, सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक एसके त्यागी, कमिश्नर श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. सहित संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, वन मंडलाधिकारी, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित सीआरपीएफ, बीएसएफ, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, स्वास्थ्य एवं विद्युत विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।