आदिवासी परिधान और आभूषणों में छात्र-छात्राओं ने किया फैशन रैंप वॉक

ट्राइबल फैशन वॉक में दिखी आदिवासी संस्कृति की झलक

बलरामपुर: तातापानी महोत्सव 2025 के दूसरे दिवस आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्कूली बच्चों, स्थानीय कलाकारों तथा सांस्कृतिक संध्या में आमंत्रित कलाकारों ने मंच साझा किया। सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम में बॉलीवुड के मशहूर गीत व संगीतकार  मिथुन शर्मा अपने साथियों के साथ अपनी आवाज की छटा बिखेरी, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये और खड़े होकर बड़े उत्साह से तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का सम्मान किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत जिले के स्कूली तथा महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के मनमोहक सांस्कृतिक नृत्य से शुरू हुआ। छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति व तीज त्यौहारों के साथ ही देशभक्ति गानों की थीम पर थिरकते हुए स्कूली बच्चों की प्रतिभा को देखकर उपस्थित दर्शकों ने भी उनका उत्साहवर्धन किया।

ठंड में भी मिथुन शर्मा का चला जादू, गानों ने बांधा समां

बालीवुड के मशहूर गीत व संगीतकार  मिथुन शर्मा ने अपने साथी कलाकार  शनि हिंदुस्तानी, साज भट्ट व अन्य कलाकरों के साथ प्रस्तुति दी। तातापानी मेले की सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों ने आवाज का ऐसा जादू चलाया कि कड़कड़ाती ठंड में भी वहां उपस्थित हजारों दर्शक जमकर झूम उठे। मंच पर आते ही उन्होंने ने बॉलीवुड गानों के साथ दर्शकों के दिल में अपनी जगह बना ली। गानों को सुनकर लोग आनंद से विभोर हो गए। इस दौरान जिला न्यायाधीश हेमन्त श्राफ, कलेक्टर  राजेन्द्र कटारा, जिला पंचायत सीईओ रेना जमील, जिला पंचायत सीईओ  रेना जमील, जिले के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

आदिवासी संस्कृति के संरक्षण और जागरूकता की दिशा में अनूठी पहल

तातापानी महोत्सव के दूसरे दिन आदिवासी संस्कृति के संरक्षण एवं जागरूकता के लिए जिला प्रशासन द्वारा ट्राईबल फैशन वॉक किया गया। जिसमें कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने आदिवासी आभूषणों एवं परिधानों को पहनकर रैम्प वॉक किया, जिसे दर्शकों की खूब सराहना मिली। विलुप्त हो रहे आदिवासी संस्कृति को फिर से सहेजने के साथ ही दर्शकों को जनजातीय समुदाय और उनके जीवन शैली को प्रदर्शित करने व समझने के लिए जिला प्रशासन की यह पहल अनूठी रही। ट्राईबल फैशन वॉक के द्वारा दर्शकों को आदिवासी संस्कृति तथा उनके पहनावे को जानने का बेहतर मौका भी मिला। जिससे आदिवासी जीवनशैली और उनके परंपरागत पहनावे की सजीव झलक देखने को मिली। दर्शकों ने इसे अत्यधिक सराहा। ट्राइबल फ़ैशन वॉक में आदिवासी संस्कृति की झलक मुख्य रूप से पारंपरिक परिधानों, हस्तशिल्प जो आदिवासी समुदायों के इतिहास और उनकी संस्कृति को ,आदिवासी कला, उनके परंपरागत वस्त्र और जीवनशैली को प्रदर्शित किया गया।


स्कूली छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की दी प्रस्तुति

जिले के विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं ने सुआ, कर्मा, गेड़ी, भांगड़ा नृत्य की प्रस्तुति से अतिथियों का मन मोहा। इसके साथ ही जिले के विभिन्न स्थानों से आये स्थानीय कलाकारों ने अपने नृत्य के माध्यम से छत्तीसगढ़ की कला व संस्कृति की झलक प्रस्तुत की। इस दौरान उपस्थित दर्शकों ने पूरी तन्मयता के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का जमकर लुत्फ उठाया।इस दौरान जिले के गणमान्य नागरिक  ओमप्रकाश जायसवाल सहिज क्षेत्र के जनप्रतिनिधिगण एवं वरिष्ठ अधिकारी सहित बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।

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