बलरामपुर: जिले मेें सघन टी.बी. एवं कुष्ट खोज अभियान 01 से 21 दिसम्बर तक चलाया जाएगा, जिसकी तैयारी के लिए जिला स्तर पर सभी विकासखण्डों के चिकित्सक, खण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, एसटीएस व एनएमए का जिला स्तर पर 24 नवम्बर 2022 को प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बसंत सिंह ने कहा कि इस अभियान के दौरान प्रत्येक संभावित मरीजों की पहचान कर जांच एवं उपचार किया जाएगा, जिससे टी.बी. एवं कुष्ट रोग के संक्रमण को रोका जा सके। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को अभियान के सफलता के लिए नियमित मॉनिटरिंग व दिशा-निर्देश अनुरूप कार्य करने को कहा।
प्रशिक्षण में जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजीव रंजन मिश्रा ने बताया कि सघन टी.बी. एवं कुष्ठ रोग अभियान में मितानिनों के द्वारा अपने कार्य क्षेत्र में 01 से 15 दिसंबर 2022 तक घर-घर जाकर कर टी.बी. एवं कुष्ठ रोग के लक्षण के आधार पर संभावित मरीजों की पहचान की जाएगी एवं 16 से 21 दिसंबर 2022 तक मितानिनों के द्वारा खोजे गए संदेहास्पद टी.बी. एवं कुष्ठ मरीजों का पुनःनिरीक्षण संबंधित क्षेत्र के आरएचओ एवं एनएमए के द्वारा किया जायेगा। प्रशिक्षण में श्री श्याम सिंह मरकाम एनएमए के द्वारा बताया गया कि कुष्ठ में चमडी में दाग, चकते जिसमें सुनपन हो, घाव जो भर न रहा हो, तथा चमड़ी पर खासकर चेहरे पर, भौंहों के उपर ठुढी पर या कानों में गठाने, सुजन या मोटापन हो तंत्रिकाओं में मोटापन-सुजन हों, दबाने से दर्द होता हो, हांथ-पैरों में सुन्नपन हो ये लक्षण कुष्ठ के हैं, कुष्ठ के ऐसे लक्षण पाये जाने पर चिन्हांकित करने को कहा।
प्रशिक्षण में संभावित टी.बी. के लक्षणों पर एजाज अंसारी ने पी.पी.एम. ने बताया कि दो हफ्तों से ज्यादा की खांसी, बलगम में खून आना, दो हफ्तों से बुखार, वजन कम होना यह टी.बी. के लक्षण हैं। ऐसे मरीज जिसे एक सप्ताह से ज्यादा खांसी हो उसका भी पंजीकरण अभियान के दौरान करने को कहा।