सूरजपुर: समाज कल्याण विभाग सूरजपुर एवं छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान लखनपुर जिला सरगुजा द्वारा संचालित स्नेह सम्बल वृद्धाश्रम में पिरामल फाऊंडेशन एवं जिला क्षय नियंत्रण केंद्र सूरजपूर के संयुक्त तत्वावधान में कलेक्टर सूरजपूर के दिशा-निर्देशन तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी एवं छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान के प्रदेश सचिव सुरेन्द्र साहु के मार्गदर्शन में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस जिला कार्यक्रम समन्वयक संजीत कुमार ने कहा कि बुढ़ापा कोई बिमारी नहीं है एक दिन सभी को इस उम्र से गुजरना पड़ता है। इस उम्र के लोग से स्नेह प्यार से बातें करें तो बुढ़ापा भी खुशहाल रहेगा। टीबी की बिमारी के जागरूकता अति आवश्यक है। बुढ़ापे में सुगर बीपी होना आजकल आम बातें हो गई है जिससे कमजोरी जैसा महसूस होता है। समय समय पर टीबी का जांच भी होना चाहिए इस बिमारी में संक्रमण का भय रहता है एक टीबी पेसेंट दस से पन्द्रह लोगों को संक्रमित करता है। पिरामल फाऊंडेशन के जिला कार्यक्रम अधिकारी महेन्द्र तिवारी ने कहा कि 2025 तक सम्पूर्ण भारतवर्ष को टीबी मुक्त देश बनाने का लक्ष्य रखा गया है जिसके अन्तर्गत एक एक पंचायतों पर बल देकर टीबी मुक्त पंचायत बनाने की प्रक्रिया चल रही है। विगत दिनों जब पिरामल टीम ने छत्तीसगढ़ सबरी सेवा संस्थान के डायरेक्टर एवं समाजसेवी सुरेन्द्र साहु के साथ मीटिंग किया तो उनका आग्रह था कि वृद्धाश्रम में भी कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिये। परिणामत: आज जागरूकता के साथ सभी लोगों का बलगम जांच करवाया जायेगा। कार्यक्रम का संचालन करते हुए पिरामल फाऊंडेशन के जिला कार्यक्रम समन्वयक राज नारायण द्विवेदी ने कहा कि टीबी की बिमारी अब ला-ईलाज नहीं है, इस बिमारी के लिए दवा एवं सभी जांच सुविधाएं उपलब्ध हैं। पुरा कोर्स पका इरादा के साथ अपने जीवन को सम्बल बनाये। आभार प्रदर्शन करते हुए संस्था की अधिक्षिका पायल गुप्ता ने कहा कि टीबी के विषय में और अधिक जागरूकता लाने की जरूरत है आज जितनी जानकारी हमलोगों को मिली उतनी जानकारी नहीं थी ऐसा आयोजन समय-समय पर होने से समाज में जागरूकता आयेगी और भारत देश टीबी मुक्त बन जायेगा।
इस दौरान छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान के पायल गुप्ता, अमृता राजवाड़े, मोहित राजवाड़े, मोना राजवाड़े सहित सभी स्टाफ उपस्थित रहे।