बलरामपुर: बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर ब्लॉक में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक द्वारा विशेष जनजाति की नाबालिग  के शोषण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपी शिक्षक पिछले छह महीनों से नाबालिग का दैहिक शोषण कर रहा था। जब पीड़िता गर्भवती हो गई, तब उसने हिम्मत जुटाकर अपनी मां को पूरी घटना बताई। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और फरार आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

त्रिकुंडा पुलिस ने बताया कि विक्रम सोनी पिता अशोक सोनी सीतापुर का मूलनिवासी है और रामचंद्रपुर ब्लॉक के प्रायमरी स्कूल में  टीचर के पद पर पदस्थ है।उसका स्कूल के पास रहने वाले पंडो विशेष जनजाति परिवार के घर आना जाना था। टीचर परिवार की युवती से बातचीत भी करता था।किशोरी के पिता कमाने के लिए बाहर चले गए थे। रेप के बाद दैहिक शोषण और प्रेगनेंट हुई तो मामले का खुलासा हुआ।अगस्त 2024 में विक्रम सोनी ने किशोरी को घर में अकेला पाकर उसके साथ रेप किया। इसके बाद वह किशोरी का दैहिक शोषण कर रहा था। जब दिसंबर माह में किशोरी ने अपनी मां को घटना की जानकारी दी कि वह करीब पांच माह से प्रेगनेंट है,टीचर विक्रम सोनी ने उसके साथ रेप किया था।मामले की जानकारी मिलने पर किशोरी की मां ने जानकारी पंडो समाज के लोगों को दी। इसकी रिपोर्ट 26 जनवरी को त्रिकुंडा थाने में दर्ज कराई गई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार जेल भेजा। इस मामले में पुलिस ने टीचर विक्रम सोनी के खिलाफ धारा 64 2 ढ एवं पॉक्सो एक्ट की धारा 4,6 के तहत अपराध दर्ज किया। मामला सार्वजनिक होने पर शिक्षक डेढ़ माह पूर्व फरार हो गया था। वह किशोरी के परिजनों को धमकी भी दे रहा था।त्रिकुंडा पुलिस ने आरोपी विक्रम सोनी पिता अशोक सोनी निवासी सीतापुर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया है।

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