भोपाल: गुणा के कैंट थानाक्षेत्र के नानाखेड़ी में लव जिहाद की शिकार युवती के साथ हुई हैवानियत के मामले में अब मोहन यादव सरकार एक्शन मोड में आ गई है। सरकारी तंत्र की सुस्त कार्यशैली पर सवाल उठने के बाद अब आरोपी के अवैध मकान पर बुलडोजर चला दिया गया है।
नानाखेड़ी क्षेत्र में रहने वाली एक 23 वर्ष की युवती को पहले तो पड़ोसी युवक अयान पठान ने प्रेमजाल में फंसाया। फिर उसका शोषण शुरु कर दिया। आरोपित युवती पर मकान उसके नाम करने का दबाव बना रहा था और उसे हड़पना चाहता था, लेकिन युवती की मां ने कह दिया कि उसने तो मकान बेच दिया है और शिवपुरी अपने रिश्तदारों के यहां चली गई।जब आरोपी अपनी चाल में कामयाब नहीं हुआ तो उसने युवती से मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद उसने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। अयान ने युवती के पेट पर बैठकर जूती से आंखों पर वार किए, प्राइवेट पार्ट और जख्मों पर मिर्च पाउडर डाल दिया।इतना ही नहीं, युवती चिल्ला न सके इसलिए उसके होंठ फेवीक्विक से चिपका दिए। उसकी हैवानियत देख खुद युवक के परिजन तक युवती को बचाने जुट गए थे। उसकी मां और सौतेले पिता युवक को एक कमरे में बंद कर युवती को बचा पाए थे। युवती ने बताया कि युवक उसे मारपीट के लिए सुनसान जगह पर भी बाइक पर बैठाकर ले गया था। मारपीट में युवती को आंख में गंभीर चोट आई है और एक आंख से उसे दिखना बंद हो गया है।
दूसरी ओर बेसहारा मां-बेटी को बिना पुलिस अभिरक्षा और किसी सरकारी अटेंडर के बिना ही ग्वालियर रेफर कर दिया गया है। जबकि, पुलिस व प्रशासन को मालूम था कि दोनों महिलाओं के घर में कोई पुरुष अटेंडर नहीं है। ऐसे समय आगे आए स्वयंसेवियों के भरोसे उन्हें शनिवार शाम ग्वालियर रेफर कर दिया गया।सरकारी तंत्र की सुस्त कार्यशैली पर भी सवाल उठे। पुलिस ने पहले आरोपी को शराब के केस में बंद किया, फिर मारपीट की धाराओं में केस बनाया और मामला उछलने पर गंभीर धाराओं का इजाफा किया। ये सब पुलिस की टालमटोल कार्यप्रणाली की ओर इशारा कर रही है। हालांकि, घटना के पांच दिन बाद प्रशासन ने आरोपी के अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की।