सूरजपुर : प्रदेश सरकार ने बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए गांव गांव में व्यावसायिक परिसर बनवाया है। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी की वजह से इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसा ही हाल सूरजपुर जिला मुख्यालय के समीप ग्राम पंचायत रामनगर में है। यहां लाखों की लागत से व्यावसायिक परिसर का निर्माण करवाया गया है, निर्माण कार्य पूर्ण हुए तीन साल से ज्यादा समय बीत चुका है। लेकिन अब तक व्यवसायिक परिसर में बने कक्षों का आवंटन नहीं हुआ है। जिससे बेरोजगारों को इसका फायदा नहीं हो रहा है।
दरअसल, रामनगर में वर्ष 2019 में आठ लाख रूपए की लागत से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के पास पांच कक्ष का व्यावसायिक परिसर बनवाया गया है। जिसका कोई उपयोग नहीं हो रहा है। कुछ दिन पहले धान खरीदी केंद्र के कर्मचारियों द्वारा व्यवसायिक परिसर के कुछ कक्षों में खाद रखवाया गया था। ऐसे में पात्र लोगों को व्यावसायिक परिसर का कोई फायदा तो नहीं मिला लेकिन सरकारी काम में उक्त कक्षों का भरपूर उपयोग किया गया। ऐसे में सरकार ने जिस उद्देश्य से गांव में व्यवसायिक परिसर बनवाया है उसका कोई औचित्य नजर नहीं आ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार की इतनी बड़ी योजना का लाभ लोगों को मिलना चाहिए। इस मसले पर गांव के सरपंच सचिव पर उदासीनता के आरोप लग रहे है। उनके द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसलिए व्यवसायिक परिसर का आवंटन नहीं हो पा रहा है। अगर ऐसा ही हालत रहा तो लाखों रुपए से बना व्यवसायिक परिसर बिना किसी उपयोग और देखरेख के खंडहर हो जायेगा। जो सीधे तौर पर सरकार के पैसों की बर्बादी होगी।
इस संबंध में एसडीएम रवि सिंह ने कहा कि पंचायत से बात करके पता करवाता हूं। किन कारणों से चालू नही हुआ है। इसके बाद जल्द से जल्द चालू कराया जाएगा।