कोण्डागांव: विगत दिवस दिव्यांगों हेतु शौचालय में अनियमितता की खबरें कतिपय समाचार पत्रों में प्रकाशित हुए थे। इस संबंध में संबंधित विभाग द्वारा इन खबरों को भ्रामक एवं तथ्यहीन बताते हुए सहीं वस्तुस्थिति की जानकारियां दी गई। इसके अनुसार जिले के पांच विकासखण्डों में 225 शौचालयों में से 90 प्रतिशत शौचालय पूर्ण हो जाना बताया गया है। जबकि शेष 10 प्रतिशत शौचालय पूर्णता की ओर है। ज्ञात हो कि 2012-13 में शौचालय निर्माण के कार्य हेतु राशि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कोण्डागांव को निर्माण एजेंसी नियुक्त करते हुए जारी किया गया था। किंतु निर्माण एजेंसियों द्वारा कार्य के प्रति उदासीनता एवं असमर्थता व्यक्त करने के कारण तत्कालीन कलेक्टर द्वारा राशि वापस लिया जाकर पुनः शालाओं की आवश्यकताओं को देखते हुए निर्माण एजेंसी में बदलाव करते हुए वर्ष 2019-20 में राशि जारी की गई। कोविड काल में निर्माण कार्य हेतु निर्माण एजेंसी शाला प्रबंधन समिति को न बनाते हुए संकुल समन्वयक को निर्माण एजेंसी नियुक्त करते हुए राशि संयुक्त खाते में जारी किया गया था। इस प्रकार यह राशि किसी शासकीय कर्मचारी के व्यक्तिगत खाते में जारी न कर पदेन संकुल समन्वयक एवं संकुल केन्द्र प्रभारी के संयुक्त शासकीय खाते में किया गया था। वर्तमान में सभी दिव्यांग शौचालय निर्माण कार्य के निरीक्षण हेतु विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक को नियुक्त किया गया है।