रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यों का शिलान्यास वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। इनमें छत्तीसगढ़ के 7 रेलवे स्टेशन रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, तिल्दा-नेवरा, अकलतरा, भिलाई पावर हाउस और महासमुंद शामिल हैं।
गौरतलब है कि इस योजना में छत्तीसगढ़ के कुल 32 रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया है। इन स्टेशनों के पुनर्विकास में 1660 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। प्रधानमंत्री के इस शिलान्यास कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री विश्व भूषण हरिचंदन शामिल हुए। उन्होंने रेलवे स्टेशनों के विकास के लिए तैयार मॉडल का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम राजधानी रायपुर के रेलवे स्टेशन में आयोजित की गई थी।
राज्यपाल श्री हरिचंदन ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के शिलान्यास के इस समारोह में उपस्थित होकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। यात्री सुविधाओं का विकास देश के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग थी, जिसे अब पूरा कर दिया गया है। रेलवे देश की जीवन रेखा है। रेलवे के विकास का देश के विकास पर तत्काल और सीधा प्रभाव पड़ता है। आर्थिक विकास में उत्प्रेरक के रूप में रेलवे की भूमिका सार्वभौमिक रूप से मान्यता प्राप्त है।
उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय देश भर में रेल नेटवर्क के तेजी से विकास और रेलवे द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में सुधार के लिए सभी प्रयास कर रहा है। देश भर में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1307 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का वर्तमान प्रयास रेलवे के साथ बेहतर सुविधाओं और यात्री अनुभव की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
श्री हरिचंदन ने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि इस महत्वाकांक्षी अमृत भारत स्टेशन योजना में छत्तीसगढ़ के कुल 32 रेलवे स्टेशन शामिल हैं। इन 32 स्टेशनों के पुनर्विकास में 1660 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ में 7 स्टेशनों की आधारशिला रखा। जिनमें रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, तिल्दा-नेवरा, अकलतरा, भिलाई पावर हाउस और महासमुंद शामिल हैं। बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर के महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों कों प्रत्येक स्टेशनों के लिए 500 करोड़ रूपए की लागत से एक बड़ा उन्नयन मिलेगा।
गौरतलब है कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित की जाने वाले इन स्टेशनों पर वाइड कॉनकोर्स, फुट ओवर ब्रिज, लिफ्ट, एस्केलेटर, वेटिंग रूम, वाणिज्यिक क्षेत्र और रिटेल काउंटर आदि जैसी आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। योजना में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट की परिकल्पना की गई है। अन्य छोटे स्टेशनों पर भी यात्री सुविधाओं का उन्नयन किया जाएगा और उन्हें चौड़े एफओबी, अग्रभाग सुधार, प्रतीक्षा क्षेत्र, लिफ्ट, एस्केलेटर आदि जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
राज्यपाल श्री हरिचंदन ने कहा कि यह जानकर संतुष्टि होती है कि भारतीय रेलवे जनता के लिए मात्रा और गुणवत्ता दोनों के संदर्भ में सेवाओं के स्तर को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। मैं पुनर्विकास योजना में हमारे राज्य के स्टेशनों का चयन करने के लिए छत्तीसगढ़ के लोगों की ओर से प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देता हूं। यह निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के साथ-साथ पारगमन उन्मुख सुविधाओं के माध्यम से विकास के नए रास्ते खोलने का काम करेगा।
रायपुर लोकसभा के सांसद सुनील सोनी ने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत् रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास देश सहित प्रदेशवासियों के लिए बड़ी सौगात है। रेलवे स्टेशनों का विकास एयरपोर्ट के तर्ज पर किए जाने की सोच प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट की तर्ज पर रायपुर रेलवे स्टेशन एक मॉडल स्टेशन के रूप बनकर तैयार होगा। जिस तरह बच्चे-बुजूर्ग सहित लोग एयरपोर्ट को देखने जाते है। उसी तरह रेलवे स्टेशन को भी देखने आएंगे। यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी होगी। एक नए स्वरूप में स्टेशन के विकास से आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। कार्यक्रम के दौरान अमृत भारत महोत्सव के तहत रायपुर के स्कूलों में आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के करकमलों से पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र भी वितरित किए गए। इस अवसर पर विधायक बृजमोहन अग्रवाल, दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे के जी.एम. अलोक कुमार सहित जनप्रतिनिधिगण, छात्र-छात्राएं और आम नागरिक उपस्थित थे।