बलरामपुर: बलरामपुर जिले के राजपुर में लोक आस्था का महापर्व छठ के लिए अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती अपने घर-समाज के लिए खुशहाली की प्रार्थना किया। सुदूर गांवों से लेकर जिले तक छठ पर्व की रौनक से अमीर-गरीब हर वर्ग का जीवन रोशन हो रहा है। लोग पूरी श्रद्धा, भक्ति, आस्था और उमंग से पर्व को मनाया।
घरों से लेकर घाट तक छठी मईया के सुरीले लोकगीतों गूंजा। छठ पूजा सेवा समिति के द्वारा पहली बार सूर्य प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना किया। दूसरे दिन सूर्य प्रतिमा को नगर में आतिशबाजी, ढोल नगाड़े के साथ शोभा यात्रा निकालकर गेउर नदी में विसर्जन किया।
आप को बता दें हर साल की भांति इस साल भी गेउर नदी के किनारे छठ पर्व पर श्रद्धालुओं व व्रतियों का तांता लगा रहा। व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य दिया और पूजापाठ किया। नवकी सरनापारा गेउर नदी के किनारे छठ पर्व धूमधाम से मनाया गया, छठ पर्व पर यहां मेला जैसा माहौल बना रहा। राजपुर नगर सहित आसपास के अलावा झींगों, सिंगचोरा, सेवारी, कमारी, कुसमी, बलरामपुर, अम्बिकापुर , सीतापुर, कोरिया, रायगढ़, बिलासपुर आदि से श्रद्धालुगण पहुचे। गेउर नदी मेन गेट से ही नदी तट तक चारो साईड लाइटिंग की चकाचक व्यवस्था की गई। व्रती और भक्त गाजेबाजे के साथ छठ घाट पहुचे। छठ पर्व पर नदी किनारे तीन दोनो तक एक मेला जैसा माहौल बना रहा। नदी के सामने जगंल है इससे यहां की खूबसूरती और भी बढ़ जाता है, वही नदी किनारे ही शिव मंदिर है। व्रतियों और भक्त पहुंच कर पूजापाठ किया।
सूर्य भगवान विसर्जन के दौरान छठ पूजा समिति के सदस्य महेंद्र अग्रवाल, नरेश अग्रवाल लीलू, संतोष सिंह, विश्वास कुमार गुप्ता, विकाश बंसल,भानू प्रजापति, आंनद मेहता, नीरज तिवारी, रवि सोनी, सोनू सिंह, दीपक सोनी, विद्यानन्द दुबे, प्रवीण गुप्ता, दुर्गेश जायसवाल, संजीव गुप्ता, पुजारी पंकज मिश्रा आदि उपस्थित थे।