बलरामपुर: कलेक्टर रिमिजियुस एक्का के निर्देशन व जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रेना जमील तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रेमचंद बनर्जी के मार्गदर्शन में जिले को मलेरिया मुक्त बनाए जाने हेतु मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के आठवें चरण की शुरुआत 15 जून 2023 से किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी लोगों से अभियान के दौरान टीम का सहयोग करने की अपील करते हुए जिले को मलेरिया मुक्त करने हेतु सहयोग का आग्रह किया है। अभियान के दौरान लोगों की आँख संबंधी रोग व कुष्ठ बीमारी की जानकारी भी ली जायेगी।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजीव रंजन मिश्रा ने बताया कि अभियान में जिले के 05 विकासखण्डों के अति प्रभावित दूरस्थ व ऐसे क्षेत्र जहां मलेरिया बीमारी की संभावना हो सकती है का चयन किया गया है। उन्होंने कहा की जिले को मलेरिया मुक्त बनाए जाने शासन के इस अभियान का लाभ मिला है, इस अभियान के दौरान लक्षित लोगों के घर-घर जा कर मलेरिया की जांच की जाएगी, साथ ही सभी 05 विकासखण्डों में संयुक्त रूप से राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान व सघन कुष्ठ खोज अभियान भी चलाया जाएगा। अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु कार्यशाला का आयोजन किया जा चुका है। अभियान के सफलता हेतु इसका निरीक्षण भी किया जायेगा, जिसके लिए जिला स्तर पर टीम भी गठित की गई है साथ ही प्रतिदिन शाम को विकासखण्ड स्तर पर अभियान की समीक्षा भी करने के निर्देश भी दिए गए हैं। अभियान की जानकारी देते हुए जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. सुबोध सिंह ने बताया की जिले के 05 विकासखण्ड रामानुजगंज, शंकरगढ़, बलरामपुर, कुसमी व वाड्रफनगर का चयन किया गया है। जिसमे कुल 55 हजार 980 चिन्हांकित जनसंख्या का 35 दलों द्वारा घर-घर जाकर मलेरिया की जांच की जाएगी व मलेरिया सकारात्मक रोगी मिलने पर दल द्वारा अपने समक्ष पूर्ण उपचार की कार्यवाही की जायेगी। यह अभियान जिले में 15 जून से 10 जुलाई 2023 तक चलेगा। जिला नेत्र अधिकारी डॉ. विवेक सिंह ने बताया की इस अभियान से मोतियाबिंद व नेत्र से संबंधित अन्य मरीज भी मिलेंगे जिसके लिए सभी विकासखण्ड के नेत्र सहायक अधिकारियों को अभियान के दौरान मिले मरीजों का चिन्हांकन करने निर्देशित किया गया है।