नई दिल्ली। चुनावी प्रक्रिया को लेकर लगातार फैलाए जाने वाले झूठ व दुष्प्रचार के खिलाफ पहले से ही मोर्चा खोले निर्वाचन आयोग ने अब वैश्विक स्तर पर अपनी निष्पक्ष और पारदर्शी चुनावी प्रक्रिया की ब्रांडिंग भी करेगा। इस कड़ी में आयोग ने 2024 में हुए लोकसभा चुनाव का पूरा ब्यौरा दुनिया के सामने साझा करने का फैसला लिया है।इसमें वह बताएगा कि दुनिया के सबसे बड़े चुनाव, जिसमें 64 करोड़ से अधिक लोगों ने मतदान किया है, उसे किस तरह से उनसे संपन्न कराया। इसके साथ ही वह चुनावी प्रक्रिया के सामने आ रही चुनौतियों और भविष्य के चुनाव के स्वरूप को लेकर दुनिया को राह दिखाएगा।खास बात है भारत में संपन्न हुए इस लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड समय में आए नतीजों को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ के प्रमुख एलन मस्क ने भी तारीफ की थी।
उन्होंने कहा कि भारत में किस तरह से 64 करोड़ से अधिक वोटों की गिनती एक दिन में ही पूरी कर ली, जबकि अमेरिका में मतगणना के अंतिम नतीजे आने में कई दिन का समय लगा। आयोग फिलहाल अपनी चुनावी प्रक्रिया की यह ब्रांंडिंग 22 जनवरी से दुनियाभर के चुनाव प्रबंधकों को लेकर नई दिल्ली में शुरू हो रहे दो दिनी सम्मेलन में करेगा।इसका आयोजन अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र एवं चुनाव प्रबंधन संस्थान (आईआईआईडीईएम) ने विश्व चुनाव निकाय के भारतीय संघ के साथ मिलकर किया है। इसमें भूटान, जार्जिया, नामीबिया, श्रीलंका, नेपाल सहित 13 देशों के चुनावी प्रबंधन निकायों के लगभग 30 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। सम्मेलन में दिल्ली स्थित कई देशों के राजदूत भी हिस्सा लेंगे।सम्मेलन में भारत के साथ उजबेकिस्तान, श्रीलंका, मारीशस, इंडोनेशिया , कजाकिस्तान व रूस भी हाल ही हुए अपने चुनाव को लेकर प्रस्तुतियां देंगे। इस दौरान कई मुख्य विषयों पर चर्चा होगी।
इनमें चुनाव की प्रमुख सीखें, चुनाव प्रबंधन में प्रौद्योगिकी का भूमिका, सोशल मीडिया और चुनाव प्रबंधन, सुलभ और समावेशी चुनाव के साथ ही लोकतंत्र को मजबूती देने के लिए क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण आदि पर भी सहयोग बढ़ाने को लेकर चर्चा होगी। सम्मेलन के दूसरे दिन चुनावों के भविष्य विषय पर भी चर्चा होगी। इसकी अध्यक्षता मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार करेंगे।