बलरामपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा प्रदेश के किसानों के हित में समर्थन मूल्य पर प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने की घोषणा के बाद से जिले के किसानों में खुशी की लहर है।

धान का उत्पादन करने वाले ग्राम सरनाडीह के किसान पुरषार्थ सिंह का कहना है कि उनके पास 30 एकड़ खेतीहर भूमि है, जिसमें वे लगभग 15 एकड़ में धान की खेती करते हैं, तथा पहले 200 क्विंटल धान बेचते थे लेकिन अब 300 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर बेच सकेगें। उन्होंने ने कहा कि अतिरिक्त धान के उत्पादन का विक्रय अब आसान हो गया है पहले जो अतिरिक्त धान को औने-पौने दामों पर खुले बाजार में बेचना पड़ता था, और अब यह उनकी चिंता दूर हो गई है।इसी प्रकार ग्राम भेलवाडीह के किसान समीर सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का यह फैसला किसानों के हित मे मील का पत्थर साबित होगा। इस फैसले से हम किसानों भाइयों में भारी उत्साह है। किसानों को ज्यादा मात्रा में धान बेचने का अवसर मिलेगा, जिससे किसानों के आय में वृद्धि होगी। उन्होंने ने कहा कि मुख्यमंत्री जी खुद किसान परिवार से हैं, और वे किसानों की हर जरूरतों से अच्छी तरह वाकिफ हैं। महाराजगंज के किसान छोटेलाल सिंह ने बताया मुख्यमंत्री जी के इस फैसले से हम मध्यम वर्गीय किसानों को अतरिक्त आय के साथ आर्थिक संबलता मिलेगी, उन्होंने कहा कि अभी वे 6 एकड़ में धान की खेती करते हैं और विगत वर्ष 90 क्विंटल धान की बिक्री समर्थन मूल्य पर की थी। श्री सिंह ने कहा कि जब मैंने मुख्यमंत्री जी के समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के संबंध में की गई घोषणा के बारे में सुना तो बहुत प्रसन्नता हुई कि आगामी वर्षों में मैं 120 किविंटल धान बेच सकंुगा, जिससे मुझे 75 हजार की अतिरिक्त आमदनी प्राप्त होगी, और हमारे जीवन स्तर में सुधार आएगा। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सहृदय से धन्यवाद ज्ञापित करता हूं।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरूवार को विधानसभा में किसानों के हित में प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी करने की घोषणा की है। विधानसभा में चर्चा के बाद विनियोग विधेयक 2023 पारित किया गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हमारे किसान भाई हैं, तथा हमारी सरकार बनते ही हमने किसानों की ऋण माफी की है, इसके साथ ही राजीव गांधी किसान न्याय योजना से किसानों को सशक्त बना रहे हैं। उन्हें इनपुट सब्सिडी का लाभ भी दे रहे हैं।

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