आशीष कुमार गुप्ता

अंबिकापुर/सेदम न्यूज़: अपनी पत्नी की दगाबाजी और समूह से लिया गया कर्ज़ को चुकता नहीं कर पा रहे कलयुगी पिता ने अपने ही डेढ़ वर्षीय बेटे आजाद खलखो को गला दबाकर मार डाला ।
जिला सरगुजा के बतौली थाना अंतर्गत दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र ग्राम पंचायत बासाझाल में यह हृदय विदारक घटना सुनकर लोगों के रूह कांप गए, मामले की जानकारी होने पर बतौली पुलिस द्वारा आरोपी पिता को पकड़ कर जेल भेज दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बतौली थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत बासाझाल अपने पत्नी संग ससुराल आए विजय लकड़ा पिता राफेल लकड़ा बेलजोरा थाना सीतापुर निवासी बुधवार को अपने ससुराल में खाना पीना खाकर सब अपने अपने कमरे में सोने चले गए| तभी बुधवार रात 2:00 बजे विजय लकड़ा घर से बाहर नित्य क्रिया (पेशाब) करने निकला और देखा कि उसका साला रंजन खलखो खेत तरफ से घर आरहा था जब उससे पुछा कहा गए थे तो वह भाग गया ,इस बात की जानकारी घरवालों को बताई तो परिवार वालो ने देखा कि रंजन का बड़ा बेटा अनमोल खलखो बिस्तर में सो रहा था और छोटा बेटा आजाद खलखो बिस्तर में नहीं था परिवार वाले रंजन को खोज देखे वह नहीं मिला।

ग्राम कोटवार ने घरवालों को बच्चे का शव नदी किनारे मिलने की बात बताई

ग्राम कोटवार माईकल ने बताया कि सेलेम भोड़ा जंगल से सटे नाला गिदुरझुला के किनारे पानी में पत्थर से ढका हुआ बच्चे का मृतशव मिला जिसे घरवालों सहित ग्रामीणों ने खोज निकाला।मासूम का शव मिलते ही गांव शोक में डूब गया।

समूह के कर्ज़ से बना हत्यारा

रंजन खलखो पिता सामवेल खल्खो समूह से लगभग डेढ़ लाख का लोन लिया गया था जिससे समूह के कर्मचारी वसूली करने आते थे कर्ज नहीं चुकाने पर रंजन मानसिक तनाव में था जो अपने दोनों बेटे सहित स्वयं को मरने का प्लानिंग किया था तभी बुधवार देर रात अपने छोटे लड़के आजाद खलखो को मारकर पत्थर में सव छुपा दिया था और अपने बड़े लड़के अनमोल को लेने जा रहा था तभी उसका जीजा को देखकर घर से फरार हो गया और स्वयं भी रस्सी के सहारे फांसी पर झूल रहा था रस्सी टूटने पर बच गया और जंगल में छुपा था।

पत्नी भाग गई दिल्ली

मानसिक तनाव में जी रहे रंजन खलखो की पत्नी दोनों बच्चों को छोड़कर 2 माह पूर्व ही समूह से लिया गया राशि लेकर दिल्ली भाग गई जिसे फोन लगाने पर रंजन का कॉल भी रिसीव नहीं कर रही थी अपने पत्नी का चरित्र संदेह और कर्ज के चलते व्यक्तिगत रूप से रंजन तनाव में जी रहा था जो अपने दोनों बच्चों सहित स्वयं को मारने की कोशिश की गई घरवालों की सजगता बड़े बेटे अनमोल की जान बच गई।
बतौली पुलिस टीम द्वारा 12 घंटे के अंदर ही रंजन को पकड़कर जेल भेज दिया गया और मामले का खुलासा किया गया इस दौरान थाना प्रभारी प्रमोद पांडे ,सिवबमन कौशिक, राजेश खलखो, पंकज लकड़ा,अशोक भगत, मुरलीधर यादव सक्रिय रहे।

इस संबंध में सीतापुर एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल ने बताया कि आरोपी युवक मानसिक तनाव से गुजर रहा था जो अपने ही पुत्र का हत्या कर स्वयं को मारने की कोशिश किया गया जिसे बतौली टीम द्वारा पकड़कर जेल भेज दिया गया है।

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