बलरामपुर: बलरामपुर जिले के राजपुर नगर पंचायत स्वच्छता अभियान से कोसो दूर है। नगर पंचायत के चारों साइड गंदगी, नाली जाम होने के कारण नाली का गंदा सड़क पर जा रहा है। स्कूली विद्यार्थियों के साथ सड़क में चलने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगर पंचायत के आलाधिकारी मूक दर्शक बने हुए है।

नगर पंचायत प्रशासन को पहले भी अवगत कराया गया है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे समस्या जस की तस बनी हुई है। दरअसल सड़क पर गंदा पानी आने से आवाजाही में लोगों को दिक्कत हो रही है। वाहनों के गुजरने के कारण छीटें उड़ने से कई बार स्कूली बच्चों के कपड़े गंदे हो जाते हैं। नगर पंचायत के विभिन्न वार्डो में निम्नस्तर की नाली निर्माण कराई गई थी। इससे पानी निकासी की समस्या बनी हुई है। ऐसे में लाखों रुपये खर्च कर बनाई सड़क पर पानी आ रहा है। नालियां भी सिर्फ नाम की रह गई हैं।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि साफ-सफाई, ईश्वर भक्ति के बराबर है और इसलिए उन्होंने लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा दी थी और देश को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था। उनका कहना था कि उन्होंने ‘स्वच्छ भारत’ का सपना देखा था जिसके लिए वे चाहते थे कि भारत के सभी नागरिक एकसाथ मिलकर देश को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य करें। महात्‍मा गांधी के स्‍वच्‍छ भारत के स्‍वप्‍न को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने 2 अक्‍टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया और इसके सफल कार्यान्वयन हेतु भारत के सभी नागरिकों से इस अभियान से जुड़ने की अपील की थी। इस अभियान का उद्देश्य पांच वर्ष में स्वच्छ भारत का लक्ष्य प्राप्त करना है ताकि बापू की 150 वीं जयंती को इस लक्ष्य की प्राप्ति के रूप में मनाया जा सके। स्वच्छ भारत अभियान सफाई करने की दिशा में प्रतिवर्ष 100 घंटे के श्रमदान के लिए लोगों को प्रेरित करता है। मगर यहां नगर पंचायत की स्थिति और कुछ है विकास कार्यो से कोसो दूर है। नगर पंचायत के 15 वार्डो में कचरा पसरा हुआ है। नाली जाम पड़ा हुआ है नाली जाम होने के कारण गंदा पानी सड़क पर जा रहा है। इस पर नगर पंचायत के अधिकारी- कर्मचारी मूक दर्शक बने हुए है जिसका खामियाजा सड़क पे चलने वालों को भुगतना पड़ रहा हैं।

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