सूरजपुर: खाद्य व जिले के प्रभारी मंत्री दयालदास बघेल द्वारा आज जिला प्रशासन के विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली गई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रभारी मंत्री के समक्ष उपस्थित सभी विभागों के अधिकारियों द्वारा क्रमवार उनके विभाग से संबंधित योजनाओं की वस्तु स्थिति को रखा गया। जिनकी समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों को पूर्ण और क्रियान्वित कार्यों के आंकड़ों और तथ्यों को पारदर्शिता पूर्ण रखने की हिदायत दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी अधिकारियों उनके दायित्वों को पूर्ण निष्ठा के साथ पूर्ण करना है, जिससे कि शासन की हर योजना का लाभ अंतिम पंक्ति में बैठे पात्र व्यक्ति तक पहुंच सके।
आर्थिक रूप से कमजोर और गरीब व्यक्ति शासन की किसी भी योजना से वंचित न हो। खाद्यान्न विभाग द्वारा संचालित राशन दुकानों द्वारा सबको अन्न मिले, आमजन की मूलभूत आवश्यकताएं पानी, बिजली, शिक्षा व चिकित्सा की पूर्ति हो यह सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता में होना चाहिए। उन्होंने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को सभी कार्यों की प्रभावी मॉनिटरिंग और कार्य मे लपरवाही और गड़बड़ी की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध उचित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। उन्होंने सूरजपुर जिले के नाम को रोशन करने के लिए सकारात्मक दिशा में कार्य करने की बात की कही।
बैठक में जिला पंचायत एवं विकास विभाग अंतर्गत मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, स्वच्छ भारत मिशन, एनआरएलएम, रीपा की वर्तमान वस्तु स्थिति, खाद्य विभाग अंतर्गत राशन कार्ड नवीनीकरण की वस्तु स्थिति, महिला एवं बाल विकास अंतर्गत महतारी वंदन योजना की वस्तु स्थिति, स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत आयुष्मान कार्ड की वस्तु स्थिति व अन्य विभाग जिसमें कृषि, शिक्षा, मत्स्य, निर्माण विभाग, जल संसाधन इत्यादि शामिल है की विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत सही मायने में जरूरतमंद लोगों को प्राथमिकता मिले इसके लिए सर्वे सूची का परीक्षण करने के लिए भी निर्देशित किया गया। इसके साथ ही एकल शिक्षक वाले विद्यालय, जल जीवन अंतर्गत प्रगतिरत कार्यों की वस्तु स्थिति और सड़कों की वस्तु स्थिति जैसे गंभीर मुद्दों को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई जिसमें संबंधित अधिकारियों को कार्य में कसावट लाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
बैठक में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने प्रभारी मंत्री के प्रथम आगमन पर उनका अभिवादन करते हुये उपस्थित जनों को संबोधित किया। उन्होंने कहा जनप्रतिनिधि होने के नाते क्षेत्र की जनता सामान्य रूप से उनके समक्ष अपनी समस्याओं को रखती हैं, जिन्हें समय-समय पर संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में लाया जाता है, इन समस्याओं का निराकरण संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा निश्चित समयबद्ध अवधि में पूर्ण किया जाना सुनिश्चत होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि शासन और प्रशासन का सामंजस्य बहुत महत्वपूर्ण है यदि हम एक साथ आगे बढ़ेंगे तो हमारे जिले का सकारात्मक विकास होगा।
प्रेमनगर विधायक भूलन सिंह मराबी ने भी उपस्थित जनों को संबोधित किया, क्षेत्र वासियों की शासन व प्रशासन से बहुत सारी अपेक्षाएं रहती हैं इसके लिए आवश्यक है कि जिले के अधिकारी पूर्ण संवेदनशीलता के साथ कार्य करें और सूरजपुर जिले को विकसित सूरजपुर के रूप में स्थापित करें।
इस अवसर पर प्रतापपुर विधायक शकुंतला सिंह पोर्ते ने भी उपस्थित जनों को संबोधित किया जिसमें उन्होंने शासन के ध्येय सबका साथ सबका विकास के मूल मंत्र पर जोर दिया। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए दिए गए दायित्वों का निर्वहन निष्ठा पूर्वक करने की बात कही।
बैठक में रंजनी रवि शंकर ( पूर्व विधायक), राजेश अग्रवाल, शशिकांत गर्ग, अजय अग्रवाल, थलेश्वर साहू, राम कृपाल साहू, शांति सिंह व अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर रोहित व्यास, डीएफओ पंकज कमल व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।