बलरामपुर।बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ अंतर्गत ग्राम जमिगा के विकलांग ने पैतृक भूमि पटवारा के लिए कलेक्टर, एसडीएम और तहसील कार्यालय को ज्ञापन सौंप सालों से चक्कर लगा रहा है। मगर विकलांग की गुहार सुनने वाला कोई नहीं है।
विकासखंड शंकरगढ़ अंतर्गत ग्राम जगिमा निवासी 42 वर्षीय विकलांग जीवन लाल यादव पिता वासुदेस यादव अपने पैतृक भूमि का बटवारा के लिए सालों से ज्ञापन सौंप कार्यालय का चक्कर लगा रहा है। मगर विकलांग का सुनने वाला कोई नहीं। विकलांग जीवन लाल यादव ने ज्ञापन सौंप कहा कि आवेदक की पैतृक भूमि ग्राम जगिमा प० ह० स० 07 तहसील शंकरगढ़ में स्थित खसरा न०- 39 कुल रकबा 29.123 हे. भूमि है। आवेदक के पिता बासुदेव यादव के नाम से ग्राम जागिमा में कुल खसरा न०- 39 कुल रकबा 29.123 हे० था। जिस भूमि को अनावेवकगण डीगेश पिता द्वारिका यादव (55), नीरज पिता द्वारिका यादव (40), बजेन्द्र यादव पिता आंनद लाल यादव (36), उज्जवल पिता आंनद लाल यादव (32, विकास यादव पिता अनरूद्ध यादव (35), विक्रम यादव पिता अनरूद्ध यादव (32), लीलावती पिता अयोध्या प्रसाद यादव (55), व जगदम्बा पिता बांसुदेव यादव (50), सभी एक होकर विकलांग की भूमि पर कब्जा कर लिया है। वही विकलांग के साथ मारपीटा भी किया था शंकरगढ़ थाना में केस दर्ज है। आवेदक 80 प्रतिशत विकलांग है और अनावेदकगण धन-बल से सम्पूर्ण व्यक्ति है जो हमेशा मारपीट, जान से मारने की धमकी देते है और कभी भी अप्रिय घटना घटित घट सकती है। विकलांग ने प्रशासन से भूमि बटवारा कराने की मांग की हैं।