
सूरजपुर: जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए व्यापक स्तर पर अभियान शुरू कर दिया गया है। सीएचसी प्रेमनगर के तहत आने वाली तीनों पीएचसी और 22 सेक्शन में इस कार्यक्रम को प्रभावी रूप से चलाया जा रहा है। स्कूलों, आंगनबाड़ियों और मोहल्लों में लोगों को हाथीपांव से बचाव के लिए डीईसी, आइवरमेक्टिन और एलबेंडाजोल की गोलियां खिलाई जा रही हैं।

यह अभियान तीन चरणों में चलाया जा रहा है 27 फरवरी से 2 मार्च तक बूथ स्तर पर दवा वितरण, 3 मार्च से 10 मार्च तक घर-घर जाकर दवा सेवन कराना, और 11 से 13 मार्च तक मॉप-अप राउंड के तहत छूटे हुए लोगों तक दवा पहुंचाई जाएगी। कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न विभागों का सहयोग लिया जा रहा है। जमीनी स्तर पर मितानिनों की टीम द्वारा दवा सेवन कराया जा रहा है, साथ ही सुपरविजन के माध्यम से निगरानी भी की जा रही है। यदि किसी को दवा से प्रतिकूल प्रभाव होता है, तो तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

इस अभियान से पहले व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया, जिसमें बैठकें, पंपलेट, पोस्टर, नारा लेखन और रंगोली के जरिए जागरूकता फैलाई गई। दवा सेवन के बाद मार्कर से उंगली पर निशान लगाया जा रहा है, जिससे रिकॉर्ड रखा जा सके। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी इस अभियान को सफल बनाने में पूरी निष्ठा से जुटे हुए हैं। ग्रामीण जनता तक दवा पहुंचाकर जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
