अंबिकापुर: अम्बिकापुर में शुरू हुए मेडिकल कालेज का नाम राज माता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव की स्मृति में ही रखा गया है। मेडिकल कालेज का नाम बदलने की अफ़वाह निराधार और भ्रामक है । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने घोषणा की थी कि ने अम्बिकापुर के मेडिकल कालेज का नाम राजमाता देवेंद्र कुमारी सिहदेव स्मृति मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर का नाम स्वर्गीय राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव चिकित्सा महाविद्यालय रखा है और इस बार प्रवास पर आए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जिला अस्पताल का नाम बदल कर ज़िला अस्पताल का नामकरण अम्बिकापुर की समाज सुधारक श्रीमती राजमोहनी देवी के नाम पर किया है। शहर में मेडिकल कालेज के नाम बदलने की अफ़वाह निराधार और पूरी तरह भ्रामक है।
कुछ लोगो के द्वारा सोशल मीडिया पर भ्रामक खबर प्रसारित की जा रही है कि अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज के नाम से राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव का नाम हटाकर माता राजमोहिनी देवी का नाम रखा जा रहा है जो कि पूरी तरह गलत है और इस गलत अफवाह को फैलाने वाले के ऊपर अब जिला प्रशासन कार्यवाही करने के मूड में भी नजर आ रही है।
सरगुजा कलेक्टर संजीव कुमार झा ने इस संबंध में स्पष्ट किया है कि मेडिकल कॉलेज के नाम में किसी प्रकार का फेरबदल नही किया गया है बल्कि जिला अस्पताल का नाम सरगुजा के आदिवासियों में जनजगृति का शंखनाद कर चेतना जगाने वाली माता राजमोहिनी देवी के नाम पर किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का नाम अलग -अलग होना प्रदेश में पहली बार नही हो रहा है बल्कि पूर्व से ही मौजूद है। मिसाल के तौर पर राजधानी रायपुर स्थित शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय का नाम पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय है और अस्पताल का नाम डॉ भीमराव अंबेडकर समृति अस्पताल है।इसीप्रकार जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज स्व बलिराम कश्यप स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय है और अस्पताल का नाम स्व महेंद्र कर्मा के नाम पर है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को अजिरमा स्थित गोंडवाना भवन में आयोजित आदिवासी सम्मेलन में अम्बिकापुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल का नामकरण माता राजमोहिनी देवी के नाम पर किया है। मुख्यमंत्री के इस घोषणा से क्षेत्र के आदिवासी समाज में हर्ष व्याप्त है।