नई दिल्ली। सीबीआई ने कानून के साथ 20 साल तक आंख मिचौली का खेल खेलने वाले एक ठग को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया है। ठग ने सीबीआई को चकमा देने के लिए विभिन्न छद्म नामों का उपयोग किया। उसे तमिलनाडु के एक गांव से गिरफ्तार किया गया। वहां वह आध्यात्मिक गुरु के रूप में रह रहा था।
आरोपित का नाम वी चलपति राव है। उसने कानून से बचने के लिए कई आधार कार्ड बनवाए, कई राज्यों में रहा और कंप्यूटर ऑपरेटर और ऋण वसूली एजेंट के रूप में नौकरी की। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि राव को रविवार को तिरुनेलवेली के नरसिंगनल्लूर गांव से गिरफ्तार किया गया। वह विदेश भागने वाला था।सीबीआई ने एक मई 2002 को राव के खिलाफ मामला दर्ज किया था। वह उस समय हैदराबाद में भारतीय स्टेट बैंक की चंदूलाल बिरादरी शाखा में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम कर रहा था। आरोप है कि उसने फर्जी कोटेशन का उपयोग कर बैंक से 50 लाख रुपये निकाल लिए थे।अधिकारियों ने कहा कि उसने एम विनीत कुमार के नाम से आधार कार्ड बनवाया और दोबारा शादी कर ली। उसकी पहली पत्नी भी धोखाधड़ी के मामले में आरोपित है। राव इस दौरान उत्तराखंड में भी रहा। राव ने दिसंबर 2021 में भरतपुर (राजस्थान) से भागने से पहले 70 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी। वह वहीं शरण लिए हुए था।