सूरजपुर: माध्यमिक शाला लक्ष्मीपुर घोघरापारा के शिक्षक प्रेमसाय सिंह ने थाना भटगांव में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 16 जून.2022 को मोबाईल फोन के माध्यम से एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर बोला कि आपका एटीएम ब्लाक हो गया है, मैं बैंक से बोल रहा हूँ अपना खाता नम्बर बताईये एटीएम को अनब्लाक कर देता हूँ तब शिक्षक प्रेमसाय सिंह उस व्यक्ति के झांसे में आकर अपना खाता नम्बर अज्ञात व्यक्ति को बता दिया, अगले दिन बैंक जाकर अपने एटीएम कार्ड के संबंध में पता किया तो एटीएम ब्लाक था धोखाधड़ी होने की शंका पर उसने अपने खाता को ब्लाक करवा दिया और 27 जून 2022 को बैंक जाकर अपने खाता को अनब्लाक करवाकर 50 हजार रूपये आहरण किया तब मोबाईल में मेसेज आया कि इसके खाता नम्बर से किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा 5 रूपये, 10 रूपये, 99900 रूपये, 99901 रूपये, 99902 रूपये एवं एटीएम से 20-20 हजार रूपये कुल 3 लाख 19 हजार 738 रूपये को को धोखाधड़ी कर आहरण किया गया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना भटगांव 124/22 धारा 420 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्व किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक सूरजपुर रामकृृष्ण साहू ने अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने थाना प्रभारी को निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में थाना भटगांव की पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर प्रार्थी के एकाउन्ट से रकम ट्रान्सफर की जानकारी बैंक से प्राप्त किया। बैंक डिटेल व केवाईसी के आधार पर पुलिस को रकम ट्रान्सफर करने वाले बैंक एकाउन्ट का पता चला कि वह भारतीय स्टेट बैंक चंदन ब्रांच भागलपुर बिहार का है। जिसके बाद पुलिस की टीम बिहार रवाना हुई और मामले के आरोपी शंकर नंद पाण्डेय पिता स्व. कृष्णा पाण्डेय उम्र 26 वर्ष सा. अशोकनगर, कंकड़बाग, जिला पटना बिहार को पकड़ा। पूछताछ पर आरोपी ने ऑनलाईन ठगी करना एवं ऑनलाईन ठगी के माध्यम से अपने खाता में 319738 रूपये ट्रान्सफर कर खाता से 45 हजार रूपये आहरण कर खर्च करना बताया। आरोपी के कब्जे से 10 हजार रूपये, 2 नग एटीएम कार्ड तथा 1 नग मोबाईल जप्त कर आरोपी को विधिवत् गिरफ्तार किया गया। आरोपी के द्वारा ठगी की गई राशि में से 274738 रूपये को अलग-अलग खातों में ट्रान्सफर किया था पुलिस ने उन सभी खातों को होल्ड करा दिया है जिससे की प्रार्थी की रकम उसे वापस मिल सके। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव शरद चंद्रा, एएसआई विरेन्द्र यादव, प्रधान आरक्षक रविन्द्र भारती, आरक्षक ताराचंद यादव, रौशन सिंह, युवराज यादव व विनोद सारथी सक्रिय रहे।