
बलरामपुर।बलरामपुर जिले में दुर्घटनाओं का सिलसिला नहीं थम रहा है, लगातार सड़क दुर्घटनाओं से जान माल की हानि हो रही है। खराब सड़क और बड़े बड़े गड्ढों को दुर्घटनाओं का कारण माना जा रहा है। एनएच 343 में अंबिकापुर से रामानुज़गंज तक सड़क की स्थिति दयनीय तो है ही साथ ही दुर्घटना जनक क्षेत्रों और अंधे मोड़ो में संकेत सूचक भी नहीं लगाए गये है, पुल पर रेलिंग नहीं है अनदेखी से दुर्घटनाओं के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। जिससे आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही है।

बलरामपुर जिले के पस्ता थाना अंतर्गत सेमरसोत अभ्यारण्य रेस्ट हाऊस से आगे शनिवार के तड़के सवेरे पुल पर क्लिंकर लोड ट्रक अनियंत्रित हो कर पलट गया। थाना प्रभारी विमलेश सिंह ने बताया कि क्लिंकर लोड ट्रक रायपुर से औरंगाबाद जा रहा था, तभी ओवरस्पीड वाहन चालक अपना नियंत्रत खो बैठा और पुल पर पलट गया।वाहन चालक बाल-बाल बचा वहीं वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना पर हाईवे पेट्रोलिंग टीम और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पुल पर नहीं है रेलिंग, एक ही स्थान पर लगातार हो रही दुर्घटनाएं, लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली संदेहास्पद
पस्ता थाना क्षेत्र अंतर्गत सेमरसोत अभ्यारण्य रेस्ट हाऊस से आगे पुल के पास लगातार गाड़िया दुर्घटना का शिकार हो रही हैं जिससे जान और माल दोनों की हानि हो रही है। पस्ता थाना से लेकर रामानुजगंज़ तक कई पुलिया और नालों में रेलिंग टूटी पड़ी है जिससे खतरा हमेशा बना हुआ है। उक्त पुल से रेलिंग नहीं होने से कई गाड़िया अनियंत्रित हो कर पुल से नीचे गिर चुकी हैं।कई दुर्घटना जन्य क्षेत्रों और खतरनाक मोड़ो पर संकेत सूचक नहीं लगे हुए है,एक ही स्थान पर लगातार दुर्घटना होना और संबंधित विभाग का गहरी निंद्रा में होना कई सवालिया निशान खड़े करता है।
यह स्थिति गंभीर और चिंताजनक है। यदि सेमरसोत अभ्यारण्य रेस्ट हाउस से आगे पुल के पास लगातार दुर्घटनाएँ हो रही हैं, तो यह न केवल यातायात सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है, बल्कि यह स्थानीय लोगों और यात्रियों के लिए भी जानलेवा हो सकता है।
पुल पर रेलिंग न होने से गाड़ियों के अनियंत्रित होकर पुल से गिरने की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसके अलावा, पास्ता थाना से रामानुजगंज़ तक कई पुलों और नालों में टूटी हुई रेलिंग के कारण जोखिम और बढ़ गया है। इन घटनाओं को लेकर संबंधित विभागों का ध्यान न देना बहुत बड़ी लापरवाही मानी जा सकती है।
सूत्रों के अनुसार विगत एक वर्षों में (2024-25) में जिला बलरामपुर-रामानुजगंज़ स्थित पस्ता थाना अंतर्गत अमझर नाला और घाघी नाला के पास 3 सड़क दुर्घटनाओं में दो की मृत्यु हुई है वहीं चार अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बलरामपुर थाना अंतर्गत दलधोवा और आवराझरिया के पास 7 सड़क दुर्घटनाओं चार लोगों की मृत्यु हुई वही आठ लोग गंभीर रूप से घायल हुए है।
कई बार टूट चुका बलरामपुर का डिवाईडर
इस मुख्य सड़क पर कहने को तो नगर पालिका ने गौरवपथ की दृष्टि से पूरे नगर में खूबसूरत डिवाईडर का निर्माण करवा दिया है, किन्तु तेज रफ्तार वाहनों की चपेट में आकर यह डिवाइडर कई बार कई जगहों से टूट चुका है, लेकिन उसके बाद भी यातायात विभाग रफ्तार को लेकर कभी गंभीर नजर नहीं आते हैं। लगता है यातायात विभाग किसी बड़ी दुर्घटना के इंतजार कर रही है या फिर उन्हेें समय नहीं है कि तेज रफ्तार, ओवरलोड और नशे में धूत वाहन चालकों के ऊपर कार्यवाही करें।
सड़कों पर बेखौफ दौड़ रहे ओवरलोड वाहन, नहीं लग रहा प्रशासनिक लगाम
सरगुजा और बलरामपुर जिले में आरटीओ और माइनिंग विभाग की मिलीभगत से बिना जीएसटी बिल व पिटपास ओवरलोड वाहन गिट्टी लेकर दौड़ रहे हैं। ओवरलोड वाहन यूपी और झारखंड जैसे सीमावर्ती राज्यों में भेजे जा रहे हैं,इससे सड़कों की हालत जर्जर हो चुकी है।जीएसटी बिल और पिटपास के बिना गिट्टी का परिवहन करने से खनिज विभाग को बड़ा राजस्व नुकसान हो रहा है, फिर भी जिम्मेदार अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। ओवरलोड वाहनों के चलने से सड़कें टूटकर गड्ढों में तब्दील हो गई हैं, और वाहन चालक इसकी जद में आ रहे हैं। आरटीओ और माइनिंग विभाग सिर्फ कुछ वाहनों को पकड़कर कार्रवाई दिखाने का प्रयास करते हैं। भले ही बरियों से लेकर बलरामपुर और कुसमी तक कई पुलिस चौकियां और थाने पड़ते हैं, परन्तु नियमों की अनदेखी करते हुए इन वाहनों का आवागमन जारी है।ओवर लोड वाहन चलने के कारण सड़क पूरी तरह से उखड़कर गड्ढों में तब्दील हो जा रही है।जिले में बेधड़क ओवरलोडिंग क्लिंकर ट्रक, क्रेशर गिट्टी हाइवा ट्रक, यात्री बस, पिकअप, ट्रक व ऑटो मौत बनकर दौड़ रही है। वाहन मालिक नियम और कानून को ताक पे रख कर सड़कों पर वाहन दौड़ा रहे है। जिसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। ओवर लोडिंग का शिलशिला काफी दिनों से चला आ रहा है। आरटीओ व माईनिंग विभाग को सब मालूम है कार्रवाई के नाम पर कभी- कभार दो- चार वाहनो को पकड़ कर कार्यवाई के नाम पर खानापूर्ति कर देते है।