तकनीकी समिति गठित,14 कार्यों के लिए 13 .22 करोड़ की लगी निविदा,वर्षाकाल पूर्व कार्यपूर्ण करने का फरमान
कोरबा। स्वामी आत्मानंद स्कूल के जीर्णोद्धार कार्य के लिए एसईसीएल गेवरा क्षेत्र के सीएसआर मद से प्राप्त 44 करोड़ करोड़ रुपए के आबंटन में कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग द्वारा नियम विरुद्ध चहेते ठेकेदारों के लिए क्लब (एकल )निविदा लगाए जाने के मामले में जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार कर निविदा निरस्त कर दी ।
कलेक्टर ने रेनोवेशन कार्य हेतु निविदा करने तकनीकी समिति का गठन कर दिया है। नवपदस्थ सहायक आयुक्त ने 14 नवीन स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट हिंदी माध्यम के विद्यालयों में पृथक पृथक प्राप्त प्रशासकीय एवं तकनीकी स्वीकृति के आधार पर 32 निर्माण एवं रेनोवेशन कार्य हेतु 13.22 करोड़ की ई -निविदा सूचना का प्रकाशन कर दिया है। रेनोवेशन का कार्य वर्षाकाल शुरू होने से पूर्व 15 जून तक पूर्ण किए जाएंगे।यहां बताना होगा कि छत्तीसगढ़ शासन और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में संचालित की जा रही महत्वपूर्ण स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना के क्रियान्वयन को काफी गंभीरता से लिया जा रहा है। यह मुख्यमंत्री का न सिर्फ ड्रीम प्रोजेक्ट है बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में और अंग्रेजी माध्यम से सरकारी स्कूल में शिक्षा देने के मामले में मील का पत्थर भी साबित हो रहा है। कोरबा जिले में संचालित हो रहे स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के भवन, लैब रूम, प्रसाधन कक्ष आदि के आवश्यक मरम्मत व सुधार कार्य के लिए आदिवासी विकास विभाग के द्वारा निविदा भी जारी कर दी गई है। जिले के करतला ब्लाक में 3, कोरबा ब्लाक में 9, कटघोरा ब्लाक में 13 और पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक में 4 स्वामी आत्मानंद स्कूल संचालित हो रहे हैं।
आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त श्रीकांत कसेर ने बताया कि इन कार्यों के संबंध में 13 करोड़ 22 लाख 85 हजार रुपए लागत की निविदा जारी की गई है।श्री कसेर ने बताया कि पूर्व में प्रशासकीय व तकनीकी स्वीकृति अलग-अलग संस्था के लिए अलग-अलग जारी की गई थी और सभी संस्थाओं के कार्यों को जोड़कर क्लब निविदा की गई थी जिसमें सिर्फ अ एवं ब श्रेणी के ठेकेदार ही भाग ले सकते थे। ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट के कार्य में देरी होने की संभावना बनी हुई थी। कार्य की प्रकृति काफी बड़ी होने के कारण इसे चंद ठेकेदारों के द्वारा समय-सीमा में पूरा किया जाना संभव नहीं था। अक्सर ऐसा भी देखा गया है कि कुछ ठेकेदार बड़े-बड़़े काम हासिल कर लेने के बाद काम को फंसा कर अथवा आधा-अधूरा करते हुए दूसरे काम पर भी फोकस करने लगते हैं जिसकी वजह से दिक्कतें होती है। इन कारणों से अब अलग-अलग संस्थाओं के लिए स्वीकृति के अनुसार टेंडर जारी किया गया है। अलग-अलग टेंडर होने से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा भी होगी और सभी वर्ग के ठेकेदारों को इसमें भाग लेने का अवसर मिलेगा तथा निर्माण कार्य सही समय पर पूरा किया जा सकेगा।बतादें की पूर्व में जारी क्लब निविदा को लेकर विवाद की स्थिति उतपन्न हो गयी थी। आदिवासी विकास विभाग के विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि पूर्व में किसी विशेष वर्ग को लाभ पहुंचाने के लिए 45 करोड़ से अधिक का सिंगल टेंडर जारी किया गया था, जिसमें अब आवश्यकतानुसार सुधार कर और प्रत्येक वर्ग के ठेकेदार को मौका देने के लिए अलग-अलग टेंडर निकाला गया है।पूर्व में कलेक्टर एवं जिला मिशन संचालक, राजीव गांधी शिक्षा मिशन (समग्र शिक्षा) कोरबा, जिला कोरबा के आदेश क्रमांक/ 1617/स्वा.आ.उ.अं.वि./2022-23 दिनांक 14.02.2023 के द्वारा 42 नवीन स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालयों में जीर्णोद्धार कार्यो हेतु एसईसीएल गेवरा क्षेत्र के सीएसआर मद अंतर्गत स्वीकृति की प्रत्याशा में कार्यपालन अभियंता, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग कोरबा के प्राक्कलन एवं तकनीकी स्वीकृति के आधार पर 111 कार्यो हेतु राशि रू. 48.87 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदाय कर सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास कोरबा को कार्य एजेंसी नियुक्त किया गया था। तत्कालीन सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास कोरबा के द्वारा सभी 42 नवीन स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालयों में जीर्णोद्धार के कार्यो हेतु ई-निविदा क्रमांक 6103 दिनांक 23.02.2023 के द्वारा विकास खण्डवार राशि रू. 44.75 करोड़ के सिंगल टेंडर का प्रकाशन किया गया था जिसमें कार्य को पूर्ण करने की अवधि 06 माह एवं 01 वर्ष निर्धारित की गई थी। उक्त निविदा में कार्य को पूर्ण करने हेतु आवश्यकता से अधिक समय दे दिया गया था। साथ ही अलग अलग संस्थाओं के लिए कार्य की तकनीकी स्वीकृति/प्रशासकीय स्वीकृति पृथक-पृथक प्रदाय की जाने के बावजूद तत्कालीन सहायक आयुक्त के द्वारा निविदा को पृथक-पृथक न लगाकर विकास खण्डवार लगाया गया था, जिससे शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने के पूर्व समय पर कार्य पूर्ण कराया जाना संभव नहीं था। साथ ही निविदा में केवल दो वर्ग के ठेकेदारों को भाग लेने का अवसर दिया गया था जिसे लेकर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई।कलेक्टर कोरबा के द्वारा उक्त स्थिति संज्ञान में आने के पश्चात कार्यालयीन आदेश क्रमांक 6841 27 मार्च 2023 के द्वारा उक्त निविदा को निरस्त करते हुए 14 संस्थाओं में 32 निर्माण/रेनोवेशन कार्यो हेतु सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास कोरबा को कार्य एजेंसी नियुक्त किया गया और शेष 28 संस्थाओं में 79 निर्माण/रेनोवेशन कार्यो हेतु अन्य विभाग को कार्य एजेंसी नियुक्त किया गया, जिससे समय पर कार्य पूर्ण कराया जा सकें।
वर्तमान में सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास कोरबा के द्वारा पुनः ई-निविदा आमंत्रण सूचना क्रमांक 6881 31 मार्च 2023 के द्वारा 14 नवीन स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालयों में 32 निर्माण एवं रेनोवेशन कार्यो हेतु राशि रू. 13.22 करोड़ की ई-निविदा सूचना का प्रकाशन पृथक-पृथक प्राप्त तकनीकी/प्रशासकीय स्वीकृति के आधार पर किया गया है, जिसमें कार्य पूर्ण करने की अवधि निर्माण कार्य हेतु कार्य आदेश जारी दिनांक से 03 माह एवं रेनोवेशन कार्य हेतु 15 जून 2023 निर्धारित की गई है, ताकि शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले कार्य पूर्ण कराया जा सके।