छत्तीसगढ़ ,एजेंसी: जांजगीर में रविवार को दबंगों ने एक सरपंच को लाठी-डंडों से पीट-पीट कर मार डाला। दबंग सरकारी जमीन पर कब्जा कर रहे थे। सरपंच ने इसका विरोध किया तो माहौल बिगड़ गया। इसके बाद दबंगों ने सरपंच की हत्या कर दी। पुलिस की लापरवाही के चलते लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। उन्होंने सड़क पर शव रख कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, मालखरौदा क्षेत्र के भुतहा गांव के सरपंच द्वारिका प्रसाद चंद्रा उम्र 50 वर्ष की दबंगों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी है। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दबंगों ने गांव में सरकारी जमीन पर कब्जा किया है। उस पर फसल भी लगा दी है। इसकी शिकायत मिलने पर राजस्व विभाग ने नोटिस जारी किया था। साथ ही फसल कटवा कर शासन के सुपुर्द करने की जिम्मेदारी सरपंच को सौंपी थी। यह कार्रवाई सोमवार को की जानी थी।
एक दिन पहले ही दबंग फसल काटने पहुंच गए
इससे पहले ही दबंग फसल काटने के लिए पहुंच गए। जानकारी सरपंच को लगी तो उन्होंने मौके पर पहुंच कर आपत्ति जताई। सूचना डायल-112 को दी। टीम पहुंची, लेकिन तनाव की स्थिति देख लौट गई। पुलिस के जाने के बाद आधा दर्जन से ज्यादा लोगों ने सरपंच पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। ग्रामीण उन्हें उपचार के लिए मालखरौदा अस्पताल ले गए, पर वहां से बिलासपुर रेफर कर दिया गया। बिलासपुर ले जाने के दौरान रास्ते में सरपंच की मौत हो गई।
गुस्साए लोगों ने सक्ती-छपोरा मार्ग पर लगाया जाम
सरपंच की मौत की खबर सुनते ही स्थानीय निवासियों सहित सरपंच संघ भी भड़क गया। सभी लोग एकत्र होकर मालखरौदा अस्पताल की ओर निकल पड़े। उन्होंने सरपंच के शव को वहीं थाने के पास भाठा चौक पर रख दिया। इसके बाद से ही ग्रामीण लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। ग्रामीणों के इस प्रदर्शन के चलते सक्ती-छपोरा मार्ग पर जाम लग गया है। तहसीलदार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ ग्रामीण नारेबाजी कर रहे हैं।
पुलिस बोली- फसल काटने से मना करने पर ग्रामीणों ने किया हमला
मालखरौदा थाने के टीआई विनोद मंडावी ने बताया कि छोटे रबेली में सरकारी जमीन पर ग्रामीणों ने धान की फसल लगाई थी। इसमें तहसीलदार ने स्टे लगाया था। आज जब ग्रामीण फसल काट रहे थे, तब सरपंच ने मौके पर जाकर मना किया। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और लाठी-डंडे से सरपंच पर हमला कर दिया। हमले से सरपंच के पैर और अन्य हिस्से में गंभीर चोट आई और लहूलुहान हालत में मालखरौदा अस्पताल ले जाया गया।