कुसमी/कुंदन गुप्ता: नगर में इस वर्ष पेयजल की किल्लत नहीं होगी। करीब 10 हजार जनसंख्या वाले नगर पंचायत के लिए 13 करोड़ की लागत से केंद्रीय जल आपूर्ति प्रदाय योजना तैयार हो चुकी है। गलफुल्ला नदी से पानी लिफ्ट कर नगर पंचायत अंतर्गत 15 वार्डों में बिछाए गए पाईप लाईन से घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। विभाग की ऐसी तैयारी है कि मई महीने से नगरवासियों को इसका लाभ मिलने लगेगा। फ़िलहाल योजना का टेस्टिंग किया जा रहा है।
नगर पंचायत अंतर्गत केंद्रीय जल आपूर्ति योजना योजना बनकर तैयार हो चुकी है। योजना के तहत गलफुल्ला नदी से पानी लिफ़्ट करके तहसीलपारा स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक लाया जाएगा। इसके बाद योजना के तहत बने 80 व 150 केएलडी पानी टंकी से भरा जाएगा। इसके बाद वार्डों में बिछाए गए पाइपलाइन के जरिए घरों तक पानी सप्लाई किया जाएगा। योजना के तहत वार्डों में करीब 50 किमी पाईप लाईन बिछाने का काम पूरा हो गया है।प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद आगामी 20 वर्षों तक नगर में पानी की कमी नही होगी। नगरवासियों का कहना है कि अब उनके घरों में भी नल से शुद्ध पेयजल पहुंचेगा। इससे जल संकट से निजात मिलेगी। पेयजल के लिए उन्हें अब परेशान नहीं होना पड़ेगा। नगर में यहां पेयजल का पर्याप्त साधन नहीं रहने के कारण पानी के लिए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। गर्मी के दिनों में उनकी परेशानी और बढ़ जाती थी। योजना के चालू होने से लोगों की परेशानी दूर होने की उम्मीद जगी है।
योजना के तहत 80 व 150 केएलडी पानी टंकी भी तैयार
वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से 80 व 150 केएलडी क्षमता के दो पानी टंकी में पानी भरा जाएगा। यानि एक दिन में 2 लाख तीस हजार लीटर पानी ट्रीटमेंट करके पाइपलाइन के द्वारा लोगों के घरों में सप्लाई किया जाएगा। फ़िलहाल टेस्टिंग का कार्य प्रगति पर है, मई तक योजना नगरवासियों के लिए शुरू कर दी जाएगी। जलापूर्ति योजना से क्षेत्र के लोगों में काफी उम्मीदें है।
एस के दुबे, सीएमओ नपं कुसमी| नगर मे जलापूर्ति योजना को लगभग पूर्ण कर लिया गया है। फिलहाल टेस्टिंग का काम चल रहा है। इस दौरान देखा जाएगा कि सुचारू रूप से जलापूर्ति हो रही है या नहीं। इसमें किसी तरह की कोई गड़बड़ी तो नहीं है। किसी तरह की तकनीकी गड़बड़ी होने पर उसे दूर किया जाएगा।