सूरजपुर: जिला शिक्षा अधिकारी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कोविड-19 के कारण पढ़ाई में पिछड़ रहे बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए उपचारात्मक शिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएगे। इसके निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी ने बीईओ, एबीईओ और प्राचार्याे की वर्चुअल बैठक में दिए है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया की उपचारात्मक शिक्षण कार्यक्रम से जुड़े प्रशिक्षकों को मानदेय भी दिया जायेगा। यह कार्यक्रम फरवरी के पहले सप्ताह से अंतिम सप्ताह तक चलाया जायेगा जिसके अन्तर्गत कक्षा 09वीं से 12वीं में अध्यनरत् कमजोर विद्यार्थियों का प्रारंभ में बेस लाईन टेस्ट तथा अंतिम सप्ताह में एन्ड लाईन टेस्ट आयोजित किया जायेगा । यह टेस्ट प्री-बोर्ड की तर्ज पर लिया जायेगा तथा बच्चो को परीक्षा की तैयारी के लिए पालको की सहमति से विशेष कोचिंग कक्षाओं का संचालन किया जायेगा। इस कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु जिला स्तरीय स्त्रोत दल तथा विकासखण्डवार मॉनिटरिंग टीम का गठन किया जा चुका है। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बैठक में सभी प्राचायो को 14 से 18 वर्ष तक के शत-प्रतिशत बच्चो को कोविड वेक्सीनेसन हेतु विशेष प्रयास करने निर्देश दिया। बैठक में जिला मिशन समन्वयक सहायक जिला परियोजना अधिकारी, समस्त विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी तथा जिले के समस्त हाईस्कूल, हायरसकेण्डरी स्कुलो के प्राचार्य सम्मिलित हुए ।