बलरामपुर: कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी विलास भोसकर के नेतृत्व में जिले में इस लोकसभा निर्वाचन में एक विशेष पहल की गई जिसका उद्देश्य था जिले के पहाड़ी कोरवा मतदाताओं को ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए प्रेरित किया जाए और प्रशासन के अभिनव प्रयासों का ही परिणाम है कि जिले में पहाड़ी कोरवा मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 88.47 प्रतिशत दर्ज किया गया है। जिले में 140 ऐसे मतदान केंद्र हैं, जिनमें पहाड़ी कोरवा मतदाता दर्ज हैं। इनमें से 37 मतदान केंद्रों में दर्ज पहाड़ी कोरवा मतदाताओं द्वारा शत प्रतिशत मतदान इस निर्वाचन में किया गया है। इसी तरह 54 ऐसे मतदान केंद्र हैं जिनमें 90 से 99 प्रतिशत तक मतदान हुआ।बता दें कि जिले में कुल पहाड़ी कोरवा बसाहटें 199 हैं, जो 126 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आती हैं।
पहाड़ी कोरवा मतदाताओं में मतदान प्रतिशत बढ़ाने प्रशासन द्वारा बनाई गई रणनीतियां हुई सफल –
विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवाओं में मतदान के प्रति जागरूकता हेतु बैठक कर विशेष रणनीति बनाई गई। पहाड़ी कोरवा मतदाताओं का बसाहट वार सर्वेक्षण किया गया और घर-घर संपर्क कर उनकी जानकारी जुटाई गई, उन्हें एकत्र कर मतदाता सूची में शतप्रतिशत उनका नाम जोड़ने अभियान चलाया गया। इसी तरह विशेष शिविरों का आयोजन, घर घर जाकर मतदाता पर्ची वितरण किया गया। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री भोसकर स्वयं स्वीप टीम के साथ पहाड़ी कोरवा बसाहटों में पहुंचे और मतदाताओं को जागरूक किया। स्वीप के तहत कॉलेज के छात्र छात्राओं, एनएसएस , स्काउट गाइड के स्वयंसेवकों द्वारा रैली, नुक्कड़ नाटक, ने मतदाताओं को आकर्षित किया।
जनचौपाल, सीएससी द्वारा सुविधा, शत प्रतिशत वोट पंजीयन, न्योता, कलेक्टर की चिट्ठी, मतदान केंद्रों की साज सज्जा और सुविधाएं रहीं बड़ा फैक्टर
जिले और स्थानीय अधिकारियों द्वारा लगातार जनचौपाल कर मतदाताओं को मतदान का महत्व समझाया गया। इसी तरह कॉमन सर्विस सेंटर में मतदाता सूची में नाम जुड़वाने, विलोपन जैसे कार्यों की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई गई। सर्वेक्षण के बाद शत प्रतिशत मतदाताओं का नाम जोड़ना, पहाड़ी कोरवा बसाहटों में निरंतर रैली, मतदान न्यौता, कलेक्टर की चिट्ठी मतदाताओं के नाम का वितरण, नुक्कड़ नाटक, जिला आइकॉन संजय सुरीला, थर्ड जेंडर आइकॉन तमन्ना जायसवाल, सीनियर सिटीजन आइकॉन वंदना दत्ता, पीडब्ल्यूडी आइकॉन रीता अग्रवाल द्वारा बसाहटों में जागरूकता कार्यक्रम, सहित मतदान केंद्रों में सुंदर साज सज्जा और मतदाता रथ जैसी निःशुल्क सुविधाएं बेहतर मतदान प्रतिशत के लक्ष्य को हासिल करने ने बड़ा फैक्टर रहीं।