सारंगढ़ : बरमकेला ब्लॉक के डोंगरीपाली धान खरीदी केंद्र मे मंडी प्रबंधक कि बड़ी लापरवाही सामने आई है, मंडी प्रबंधक के मनमानी रवैये से शासन कि धान बोरी बारिस मे भीगकर  अंकुरित हो गई है जबकि अधिकारियों के अनुसार संग्रहण केंद्र में धान को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी केंद्र प्रभारियों की है। इसके बाद भी खुले में रखी धान की बोरियां भीग गई है। जो समिति प्रबंधक की घोर लापरवाही है। हुई अचानक बारिश ने व्यवस्थाओ की पोल खोल कर रख दी है।

धान खरीदी केंद्रों में खरीदी की गई धान की सुरक्षा के लिए शासन की ओर से समितियों को राशि भुगतान किया जाता है। इसमें चौकीदार, बारिश से बचाने के लिए तिरपाल की व्यवस्था, भूसी की खरीदी, समेत अन्य कार्यों शामिल होते हैं। शासन से मिलने वाला राशि लाखों रुपये की होती है। इसके बाद पर्याप्त व्यवस्था नहीं की जा रही है। किसानों ने बताया की धान खरीदी केंद्र डोंगरीपाली में हजारों क्विंटल धान बरसते पानी में जमीन के नीचे बिना तालपतरी के रखे हुए हैं। साथ ही कुछ जगह साधारण पन्नी से धान की छल्लियों को ढंकने के लिए उपयोग किया गया है। जो धान को पानी से बचाने के लिए नाकाफी है। खुले में बिना सिलाई के खरीदी किए हजारो बोरा धान छोड़ दिया गया था।लोगों की माने तो मिले राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है। यहां खुले में रखा हजारो बोरी धान भींगता रहा इससे मण्डी प्रबंधक कोई ध्यान नही दिया और न तो कोई उचित व्यवस्था की गई और तो और मौके का निरीक्षण करना भी जरूरी नहीं समझा गया।  बाद मे मजदूरों ने आ कर फड़ में रखे धान को प्लास्टिक ढंक कर छोड़ दिया है। तब तक हजारो बोरा धान भींग जाने से भारी नुकसान हुआ है। ज़ब इसका जायजा पत्रकारों ने लिया तो  प्रबंधक नदारत था वही फड़ प्रभारी बाद मे आया पर जानकारी लेने पर उन्होंने कुछ भी बोलने को राजी नहीं था और भाग गया इस लापरवाही पर जल्द ही जिला कलेक्टर से शिकायत होगा।

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