बिहान मेले के माध्यम से कौशल, परिश्रम और रचनात्मकता को उचित स्थान देने का किया गया प्रयास – श्रीमती यादव
बलरामपुर: छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तत्वाधान में तीन दिवसीय बिहान सह प्रशिक्षण मेला का आयोजन किया गया। मेला का उद्देश्य “बिहान” शुरूआती ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम के अंतर्गत जुड़े उद्यमियों का प्रशिक्षण कराना तथा जिससे लोगों को आजीविका के अवसर मिलने के साथ-साथ उनकी आय में वृ़ि़द्ध हो। मेले में जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र, जिला अंत्यावसायी विभाग, खादी ग्रामोद्योग, स्वास्थ्य विभाग, खाद्य सुरक्षा, सीबीआई बैंक, एसबीआई बैंक, सीआरजीबी बैंक और पीएनबी बैंक द्वारा अपने विभाग से संबंधित योजनाओं पर आधारित प्रशिक्षण दिया गया तथा 20 उद्यमियों के स्टॉल भी लगाये गये। मेले में शांति-हरि, निर्मला, ज्योति, मां दुर्गा, कमल, पार्वती, सूरज जैसे 17 समुह से जुड़े उद्यमियों ने बांस हस्तशिल्प, कपड़ा, होटल, नास्ता, जूता-चप्पल, श्रृंगारिका, झूला, फास्ट फूड जैसे स्टॉल लगाये, जिसे लोगों का बेहतर प्रतिसाद मिला। तीन दिनों में समूह के उद्यमियों ने 1 लाख 13 हजार 523 रूपये की आय अर्जित की।
जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव ने स्टॉलों का भ्रमण कर महिला उद्यमियों का उत्साहवर्धन किया। महिलाओं ने जिला पंचायत सीईओ को बताया कि एसवीईपी के तहत उन्हें लोन उपलब्ध करवाया गया था जिससे उनके व्यवसाय को विस्तार देने में मदद मिली है तथा व्यवसाय के विस्तार से ही उनके आय में वृद्धि हुई है। प्रशासन एनआरएलएम के अंतर्गत एसवीईपी परियोजना के तहत महिलाओं को आजीविका के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिए सक्रियता के साथ कार्य कर रही है। सीईओ श्रीमती रीता यादव ने इस दौरान लोगों से चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं में उद्यमिता विकास तथा उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाने में प्रशासन अग्रसर है। उनमें क्षमताओं की कमी नहीं है उन्हें केवल अवसर देने की आवश्यकता है। बिहान मेले के माध्यम से इनके कौशल, अथक परिश्रम तथा रचनात्मकता को सम्मान एवं उचित स्थान दिलाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि बिहान मेले को देखकर एकाएक सरस मेले की याद आ गई है, इस प्रकार का आयोजन आगे भी किया जायेगा।