पटना. पटना एयरपोर्ट पर शनिवार को बड़ा हादसा हुआ. निर्माणाधीन टर्मिनल बिल्डिंग के एलिवेटेड रोड के एक हिस्से के निर्माण कार्य के दौरान हुए इस हादसे में दो मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई. दरअसल निर्माण के दौरान लोहे का एक बड़ा स्ट्रक्चर गिर गया जिसकी चपेट में आकर कई मजदूर घायल हो गए, जिसमें से दो की मौत हो गई. घटना उस समय हुई जब एयरपोर्ट के मौजूदा निकास द्वार के बगल में बन रहे एलिवेटेड रोड पर काफी ऊंचाई पर बीम बांधने का काम किया जा रहा था.
इसी दौरान पीलर के ऊपर बीम बनाने के लिए बंधा हुआ सरिया सेंटरिंग के अचानक झुक गया और नीचे काम कर रहे मजदूरों के ऊपर असंतुलित होकर गिर गया. सरिया के काफी भारी होने से तीन मजदूर पूरी तरह दब गए हादसे के दौरान दो मजदूर राकेश और राजन की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक मजदूर अजय को गंभीर हालत में हॉस्पिटल भेजा गया. मृतक राकेश और राजन जहानाबाद के हुलासगंज के गिदरपुर के रहने वाले बताए जाते हैं. घटना में घायल मजदूर अजय की रीढ़ की हड्डी भी टूट गई है और वह बेली रोड के के निजी हॉस्पिटल में भर्ती है.
दोपहर के 11:35 पर यह हादसा हुआ जिसके बाद निर्माण का काम बंद कर दिया गया है. घटना को लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी कंस्ट्रक्शन कंपनी और ठेकेदार की ओर से अब तक किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. इस पूरे मामले में जब एयरपोर्ट निदेशक अंचल प्रकाश को और प्रोजेक्ट जीएम विजयन से मीडिया ने जानकारी मांगी तब उन्होंने फोन पर कोई रिस्पांस नहीं दिया. पटना एयरपोर्ट पर निर्माण के दौरान हुई इस घटना को लेकर दो मजदूरों की मौत के बाद एयरपोर्ट थाने में यूडी केस दर्ज किया गया है.
एयरपोर्ट थानेदार की मानें तो मृतकों के परिजनों का बयान आईजीआईएमएस में लिया गया है. शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों के हवाले कर दिया गया है. एयरपोर्ट थानेदार की मानें तो 12 बजे उन्हें हादसे में मजदूरों की मौत की खबर मिली थी जिसके बाद पुलिस पहले हादसा स्थल की ओर गई जहां से जांच करने के बाद पुलिस टीम बेली रोड स्थित एक निजी हॉस्पिटल पहुंची जहां मजदूरों को हादसे के बाद ले जाया गया था. इस घटना के बाद जहानाबाद के हुलासगंज प्रखंड के गिरधरपुर गांव में मातम पसर गया है गांव के दो मजदूरों की मौत से परिजनों और बच्चों में भारी शोक की लहर है.
घटना के बाद हंगामा को रोकने के लिए ये बात फैलाई गई कि कुछ मजदूरों को फूड प्वाइजनिंग हो गया है इसलिए एंबुलेंस के माध्यम से उन्हें अस्पताल भेजा जा रहा है, लेकिन कुछ ही देर के बाद सभी मजदूरों को जब घटना की जानकारी मिली तो सब ने काम करने से मना कर दिया. पटना एयरपोर्ट के निर्माणाधीन हिस्से का काम दिसंबर 2023 तक पूरा किया जाना है. लगभग 3 साल से इस प्रोजेक्ट पर काम अभी भी जारी है.