अम्बिकापुर: विधानसभा निर्वाचन 2023 के अंतर्गत आगामी 3 दिसंबर को मतगणना हेतु कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कुंदन कुमार के मार्गदर्शन में जिला पंचायत सभाकक्ष में मतगणना कार्य में लगे गणना सुपरवाइजर एवं गणना सहायकों का द्वितीय चरण का प्रशिक्षण बुधवार को सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपजिला निर्वाचन अधिकारी सुनील नायक एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी अभिषेक कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नूतन कंवर, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 09 लुण्ड्रा के रिटर्निंग अधिकारी से टी सी अग्रवाल, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 10 अम्बिकापुर की रिटर्निंग अधिकारी पूजा बंसल एवं विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 11 सीतापुर के रिटर्निंग अधिकारी से रवि राही उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण के दौरान राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर डॉ. राजकमल मिश्रा एवं डॉ. एस एन पांडेय के द्वारा 65 मतगणना सुपरवाइजर एवं 65 मतगणना सहायकों को ईटीपीबीएस और डाकमत पत्र से गणना की ट्रेनिंग दी गई। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा ईटीपीबीएस, डाकमत पत्र, ईव्हीएम एवं वीवीपैट की मतगणना के सबंध में आवश्यक नियमों एवं निर्देशों के बारे में बारीकी से जानकारी दी गई। साथ ही मतगणना की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आवश्यक नियमों एव निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। प्रशिक्षण में बताया गया कि मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू होगी जिसमें सबसे पहले सेवा मतदाताओं के मतों की गणना होगी। सबसे पहले ईटीपीबीएस (इलेक्ट्रानिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलैट सिस्टम) से प्राप्त मतों के क्यूआर कोड की स्कैनिंग की जाएगी। उसके बाद डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होगी। साढ़े आठ बजे के बाद सभी टेबलों पर एक साथ मतगणना शुरू होगी। मतगणना के लिए प्रत्येक विधानसभा में ईवीएम मतगणना हेतु 14-14 टेबल लगाए जाएंगे जिसमें गणना सुपरवाइजर, गणना सहायक एवं माइक्रो आब्जर्वर भी उपस्थित रहेंगे।
प्रशिक्षण में गणना सुपरवाइजर ईवीएम गणना सहायकों को डाक मत पत्र की गणना के पूर्व एवं मतगणना के संबंध में तकनीकी पहलुओं को बारीकी से समझाया गया ताकि मतगणना के दौरान किसी प्रकार की कोई त्रुटि न हो। प्रत्येक राउंड के बाद परिणामों की घोषणा की जाएगी। ईवीएम के माध्यम से प्राप्त मत की जानकारी अभ्यर्थी एवं अभिकर्ताओं को क्रमशः प्रदान की जाएगी। प्रशिक्षण में ईवीएम एवं वीवीपैट के माध्यम से गणना की प्रक्रिया को हैंड्स ऑन प्रयोग करके सभी को प्रशिक्षित किया गया।