अंबिकापुर – PEKB कोल खदान के लिए घाटबर्रा के पेंड्रा मार जंगल में तीन दिनों से चल रहे पेड़ो की कटाई काफी जद्दोजहद के बाद अंततः समाप्त हो गई है। घाटबर्रा के पेंड्रा मार जंगल में 91 हेक्टेयर के 15307 पेड़ों की हुई कटाई के बाद जंगल अब सपाट मैदान नजर आ रहा है।
सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल तैनात कर पुलिस और प्रशासन के लोगों द्वारा पेड़ों की कटाई कराई गई है। चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर किसी भी ग्रामीण और बाहर के लोगों को जंगल की ओर नही जाने दिया गया। लगातार कॉल खदान का विरोध करने वाले आंदोलनकारी को पुलिस द्वारा दो दिन पूर्व उनके घरों से उठाकर अपने साथ रख लिया गया था गुरुवार को देर शाम सभी को छोड़ा गया परंतु उन लोगों को धरना प्रदर्शन स्थल पर एवं पेड़ों की कटाई वाली जगह पर जाने की सख्त मनाही थी।
इन सब के बावजूद ग्राम हरिहरपुर में विगत 2 मार्च 2022 से जल जंगल जमीन को बचाने संघर्ष कर रहे हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के लोग एवं अन्य आदिवासी वर्ग के लोगों द्वारा इसका विरोध कर गांव में ही रैली भी निकाली गई जिस वन खंड के पेड़ों को काटा गया उसके वन अधिकार पत्र एवं मुआवजा के संबंध में एसडीएम भागीरथी खांडे और तहसीलदार चंद्रशिला जायसवाल के समक्ष ग्रामीणों ने अपनी बात भी रखी है।पेड़ों की कटाई के बाद पूरा क्षेत्र वीरान नजर आ रहा है । चारों तरफ पेड़ गिरे हुए है सभी काटे गए पेड़ों को डीपो तक पहुंचाने का काम वन अमला द्वारा किया जा रहा है।