अभिषेक सोनी
बलरामपुर: बलरामपुर जिले के राजपुर महाविद्यालय में बिरसा मुंडा की जयंती पर “जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत”के अंतर्गत जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया । इसके अंतर्गत विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का आयोजन सामरी विधायक उद्देश्वरी पैकरा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ।
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर हर वर्ष 15 नवंबर को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। स्वतंत्रता की लड़ाई और जल,जंगल,जमीन और जनजातीय समाज के लिए आदिवासियों ने मजबूती से लड़ाई लड़ी और कई आदिवासियों ने बलिदान भी दिए थे। इस आयोजन के जरिए इन्हीं आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान के प्रति सम्मान जताया जाता है।
महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने मुख्य अतिथियों का पुष्प गुच्छ और बैच लगा,माथे पर टिका लगा कर स्वागत किया।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा भारत माता और जनजातीय महानायकों के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया गया।कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा राज्य गीत,स्वागत गीत, सांस्कृतिक करमा नृत्य, जनजातीय गीत आदि का भी आयोजन किया गया। मंच का संचालन अंग्रेजी के सहायक प्राध्यापक मनोज खलखो द्वारा किया गया और धन्यवाद एवं आभार प्रकट सहायक प्राध्यापक श्रीमती लीलावती पैंकरा द्वारा किया गया।
सामरी विधायक उद्देश्वरी पैंकरा ने अपने उद्बोधन में बिरसा मुंडा के जन्म से लेकर इनके जीवन की संघर्ष गाथा बताते हुए जनजातीय समाज के ऐतिहासिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराते हुए जनजातीय समाज द्वारा जल-जंगल-जमीन के संरक्षण हेतु किये गये संघर्ष एवं देश हित में किये गये बलिदान को स्मरण कराया। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने इतिहास और संस्कृति को भूलना नहीं चाहिए बल्कि पुराने समय से चलते आ रहे संस्कृति को संजो कर रखना चाहिए और इसका अनुसरण करना चाहिए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सामरी विधायक उद्देश्वरी पैकरा, विशिष्ट अतिथि संजय सिंह, गौरी शंकर अग्रवाल, मन्नालाल चौधरी,अनिल दुबे, शिवनाथ जायसवाल, धरम सिंह, शशिकला भगत, महेंद्र गुप्ता, शुभम सोनी, जगवंशी यादव,संतोष पाण्डेय,मनोज बंसल, सतीष सिंह,विनय भगत,रामसेवक पैंकरा आदि व महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य मनीष यादव, समस्त प्रोफेसर एवं विद्यार्थियों सहित गणमान्य स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।