सूरजपुर: राज्य शासन द्वारा 25 मई 2013 को झीरम घाटी में नक्सल हिंसा के शिकार हुए जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ पदाधिकारीगण, सुरक्षा बलों के जवान एवं विगत वर्षाे तथा वर्तमान से नक्सल हिंसा में शहीद हुए अन्य सभी भाईयों-बहनों की स्मृति में 25 मई को प्रतिवर्ष झीरम श्रद्धान्जलि दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया गया है। उक्त निर्णय के परिपालन में कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा ने शहीदों की स्मृति में 2 मिनट का मौन धारण कर कलेक्ट्रेट के अधिकारी कर्मचारियों को राज्य में पुनः शान्ति का टापू बनाने हेतु शपथ दिलाई। झीरम घाटी में नक्सल हिंसा के शिकार हुए जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ पदाधिकारीगण, सुरक्षा बलों के जवान एवं विगत वर्षाे तथा वर्तमान में नक्सल हिंसा में शहीद हुए अन्य सभी भाईयों-बहनों के लिए हम श्रद्धान्जलि अर्पित करते हैं। हम छत्तीसगढ़वासी अपने राज्य में अहिंसा एवं सहनशीलता की परम्परा में दृढ़ विश्वास रखते हैं। तथा निष्ठापूर्वक शपथ लेते हैं। कि हम सभी प्रकार के नक्सलवाद और हिंसा का डटकर विरोध करेंगे। हम छत्तीसगढ़ राज्य को पुनः शान्ति का टापू बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित रहेंगे।
इसी तरह जिला पंचायत सभा कक्ष में जिला पंचायत सीईओ लीना कोसम एवं विभिन्न कार्यालयों में झीरम घाटी में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर अधिकारी कर्मचारियों को राज्य में शांति की टापू बनाने शपथ दिलाई गई।