रायगढ़: ज़िले के कापू इलाक़े के जंगल में मिले शवों के मामले में पुलिस को हत्यारे मिल गए हैं। मृतक और आरोपी नज़दीकी रिश्तेदार हैं। हत्याकांड 30 मार्च की रात हुआ था, इस हत्याकांड में दुहती बाई अमृतलाल और अमृता बाई की मौत हो गई थी, पुलिस ने इस मामले में एक ही परिवार के सभी चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के पीछे महुआ बीनने को लेकर विवाद के साथ साथ जादू टोने का अंधविश्वास भी एक कारण था।
साठ वर्षीया मृतका दुहती बाई,तीस वर्षीय अमृतलाल और पंद्रह वर्षीया अमृता बाई के प्रमुख हत्यारोपी के रुप में जिसकी पहचान की गई है उसका नाम विकेश है जो कि मृतका दुहती बाई का रिश्ते में नाती लगता है। विकेश और उसका परिवार जिसमें उसकी पत्नी और माता पिता शामिल हैं वे भी इस हत्याकांड में आरोपी बनाए गए हैं, इन पर साक्ष्य छुपाने का आरोप है। विकेश को शक था कि मृतका जादू टोना करती है जिसकी वजह से वह पिता नहीं बन पा रहा है, वहीं एक कारण महुआ भी था। महुआ बीनने के इलाक़े को लेकर विकेश मानता था कि मृतक सभी उसके इलाक़े का महुआ बिन रहे हैं। घटना तब हुई जबकि रात को वृध्दा ने संतान ना होने को लेकर सवाल कर दिया।
कप्तान अभिषेक मीणा ने बताया “हत्याकांड में शामिल सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं, यह क्षणिक विवाद की परिणति में हुई हत्या है.. प्रमुख आरोपी विकेश है जिसने दुहतीबाई और अमृता बाई को मारा और फिर अलग सो रहे अमृतलाल की भी टंगिया से हत्या कर दी..शेष आरोपियो में फुलसाय अगरिया,टूनीबाई और कौशल्या शामिल हैं”