सुरजपुर: सुरजपुर जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर रामनगर व नयनपुर के मध्य पहुंच मार्ग पर रेड नदी पर पुल निर्माण नही है । इस कारण मजबूरी में पांच गांव के सैकड़ों ग्रामीण प्रतिदिन बहते पानी के बीच से जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर हैं। इससे किसी भी दिन बड़े हादसे की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। ग्रामीण कई बार शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन देकर यहां पुल बनाने की मांग कर चुके है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पाई है। ना ही यह समस्या किसी को दिखाई दे रही है।
आपको बता दे कि 7 किलोमीटर की दूरी पर नयनपुर में औद्योगिक क्षेत्र होने से इंदिरा पावर प्लांट, धान राइस मिल, अलमारी फैक्ट्री, लोहा फैक्ट्री, ऑक्सीजन प्लांट, एवं आधा दर्जन से अधिक ईट भट्ठा है जहां मजदूरी करने एक दर्जन से अधिक गांव के लगभग 300 ग्रामीण प्रतिदिन मजदूरी करने जाते हैं आसपास गांव से किसी अन्य कार्य के लिए आते जाते हैं पड़ोसी पंचायत गिरवरगंज से होकर ग्रामीण आने जाने के लिए रेड नदी का सहारे लेते हैं ग्रामीण मजदुरी करने के लिए या , जिला मुख्यालय जाने के लिए ग्रामीणों द्वारा प्रतिदिन काफी संख्या में लोग आवागमन करते हैं पंचायत की सड़क तो है लेकिन कुछ दुरी पर लगभग एक किलोमीटर तक किसानों के खेत है जहां सड़क निर्माण नहीं है खेत के सहारे खेत में पैदल यात्रा कर नदी पार जान जोखिम में डालकर करते हैं
गिरवरगंज रामनगर घाट के रेड नदी मे पुलिया एवं सड़क के अभाव में ग्रामीण कंधों पर साइकिल को उठाकर नदी पार करते हैं मजबूर होकर दो पहिया मोटरसाइकिल भी पार करते हैं जहां आए दिन पानी घुस जाने से मोटरसाइकिल खराब हो जाने की स्थिति होती है वर्तमान में बारिश के दिनों में परेशानी काफी बढ़ जाती है ऐसे में यह मार्ग खासकर बरसात के दिनों में नदी उफान रहती है एवं लबालब पानी भरने से यह मार्ग आने जाने के लिए ग्रामीणों के लिएआवागमन बाधित हो जाती हैं ।जहां पानी कम होने चार महिनो इंतजार करना पड़ता है पानी कम होने तक 12 से 15 किलोमीटर जिला मुख्यालय या विश्रामपुर से घूम कर ग्रामीणों को मजदुरी करने या आसपास के गांव में जाना पड़ता है जिसे समय वह पैसे की बर्बादी होती है ग्रामीणों के द्वारा लंबे समय से सडक एवं पुलिया बनाने की मांग की जा रही है
नदी में पानी तो मार्ग बंद
नदी में पानी होने पर यह सीधा मार्ग बंद हो जाता है। नदी में ज्यादा पानी होने की स्थिति में अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी होती है।नदी नाले में उफान आने पर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।इस गांव की समस्या को लेकर शासन प्रशासन के जिम्मेदार अफसर पुल निर्माण को लेकर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।