कोरिया – राज्य शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन मे लापरवाही करने वालों पर कलेक्टर ने कड़ा रूख अपनाते हुए कृषि विभाग के दो मैदानी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला पंचायत की मुख्यकार्यपालन अधिकारी नम्रता जैन ने बताया कि गोधन न्याय योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर एमसीबी के निर्देशानुसार जिले की सभी जनपद पंचायत में गौठानों के सतत निरीक्षण का कार्य कराया जा रहा है। इसके लिए जिला पंचायत कोरिया से विभिन्न अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाकर भी सतत पर्यवेक्षण की जवाबदारी प्रदान की गई है। गोधन न्याय योजना के निरीक्षण के क्रम में गत दिवस जिला पंचायत की एक टीम ने खड़गंवा जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम गौठान जरौंधा का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने पाया कि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा योजना के प्रति लापरवाही बरतने से योजना से जुड़े लाभार्थियों तक योजना का लाभ नहीं पहुंच रहा है। ग्राम गौठान जरौंधा में वर्मी कंपोस्ट निर्माण कार्य में गड़बड़ी पाए जाने और वहां कार्यरत महिला समूहों का सही मार्गदर्शन करने वाले ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी दीपक कुमार गुप्ता को सीइओ जिला पंचायत कोरिया की अनुशसा पर कलेक्टर एमसीबी पी एस ध्रुव ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर मनेन्द्रगढ़ अनुविभागीय अधिकारी कृषि के कार्यालय में संलग्न किया है।
इसी तरह के एक अन्य मामले में जनपद पंचायत खड़गंवा के ग्राम गौठान भरदा का उप संचालक कृषि विभाग और जिला पंचायत टीम द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस दौरान टीम ने पाया कि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की लापरवाही से भरदा में गोधन न्याय योजना के तहत वर्मी कंपोस्ट बनाने का कार्य सही तरीके से नहीं हो रहा है। जांच में टीम ने पाया कि महिलाओं को सही तकनीकी सलाह ना मिलने के कारण बड़ी मात्रा में वर्मी कंपोस्ट की गुणवत्ता खराब हो चुकी है। इस टीम ने अपना प्रतिवेदन जिला पंचायत सीइओ नम्रता जैन को दिया जिस पर लापरवाह अधिकारी पर कार्यवाही की अनुषंसा की गई। जिला पंचायत सीइओ की अनुशसा पर लापरवाह ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी सूरज सिंह भगत को कलेक्टर एमसीबी ने निलंबित कर वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी कार्यालय मनेन्द्रगढ़ में संलग्न कर दिया है।